कूडे में गर्त हो रही 6 मासूम जिंदगियो को चाइल्ड लाइन ने बचाया

यमुनानगर। चाइल्ड लाइन 1098, यमुना नगर, बाल कल्याण समिति, यमुनानगर व पुलिस की संयुक्त टीम ने कैल गांव के पास बने कचरे के प्लांट से 6 बच्चियों को रेस्क्यू करवाया। चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर भानू प्रताप ने बताया कि चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर मंगलवार शाम को किसी ने सूचना दी कि कचरे के प्लांट पर बहुत सारे छोटे बच्चे कचरा बीनने का काम करते हैं और स्कूल भी नही जाते। इस पर टीम ने बुधवार को कैल के कचरे के प्लांट का दौरा किया परंतु उस समय वहां कोई बच्चा नही मिला। आज फिर चाइल्ड लाइन व बाल कल्याण समिति की संयुक्त टीम ने वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। जब टीम वहां गई तो देखा कि कीचड़ व कचरे के ढेर से गाड़ी का प्लांट के अंदर जा पाना मुश्किल है तो टीम ट्रैक्टर ट्रॉली पर बैठ कर अंदर गयी और वहां पर कचरा बिन रही 6 बच्चीयों को रेस्क्यू करवाया। टीम ने देखा कि कचरे व गंदगी के इस वातावरण में बच्चों को बहुत सी बीमारियां भी हो सकती हैं। चाइल्ड लाइन की निदेशिका डॉ अंजू बाजपई व बाल कल्याण समिति के सदस्य सुरेशपाल के सामने काउन्सलिंग के दौरान बच्चियों ने बताया कि वें कभी स्कूल गयी ही नही ओर उनके माता पिता जैसे कूड़ा कचरा बीनते हैं वें भी ऐसे ही काम करती हैं। इस पर टीम ने सभी बच्चीयों का मेडिकल करवा कर बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार शेल्टर होम भेज दिया । समिति के सदस्य सुरेशपाल ने बताया कि अभी सभी बच्चीयों की काउन्सलिंग की जाएगी व उनका स्कूल जाना सुनिश्चित किया जाएगा। यदि माता पिता ऐसा नही करेंगे तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और बच्चीयों को बालकुंज में रखकर पढ़ाया जाएगा । ताकि ये बच्चे भी समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें। चाइल्ड लाइन की निदेशिका डॉ अंजू बाजपई ने बताया कि ऐसे ऑपरेशन चाइल्ड लाइन आगे भी जारी रखेगी व लोगों से भी अपील की के वें भी इस प्रकार की सूचनाएं चाइल्ड लाइन 1098 पर ज्यादा से ज्यादा दें।

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