चंडीगढ हलचल। बरोदा उपचुनाव के नतीजों पर मुख्यमंत्री कह रहे थे कि भाजपा को कभी बरोदा विधानसभा से 50,000 वोट नहीं पड़े, परंतु वह भूल रहे हैं कि इस बार प्रत्याशी ठगबंधन का था 50,000 वोट भाजपा+जजपा दोनों पार्टियों को संयुक्त रूप से पढ़े हैं।
ना कि सिर्फ भाजपा को,यदि वह हार कर भी जीते हैं तो वे लड्डू क्यों नहीं बांटते। यह बात हल्का मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कही।
विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे थे कि कांग्रेस के वोट कम हुए हैं जबकि 2019 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को 42,000 के करीब वोट मिले थे और अब 2020 में 60,000 से अधिक वोट मिले है।
जो भाजपा+जजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का जवाब बरोदा हलके की जनता ने अपनी वोट की चोट से दिया है। वरुण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते थे कि भाजपा का साधारण कार्यकर्ता कांग्रेस के बड़े नेता को हराने का काम करेगा।
परंतु भाजपा के सेलिब्रिटी प्रत्याशी को कांग्रेस के साधारण कार्यकर्ता ने हरा दिया है, और पिछले वोटो के अंतर के मुकाबले दुगने अंतर से हराने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि आम चुनाव को एक साल ही हुआ है और सत्ता पक्ष को उपचुनाव में हराकर जनता ने प्रदेश में बदलाव का संकेत दे दिया है।