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यमुनानगर (रादौर)। हरियाणा एंटी क्रप्शन सोसायटी की ओर से वीरवार को गांव गुमथला में महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त की 50वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट वरयामसिंह व ग्रामीणों ने शहीद बटुकेश्वर दत्त के चित्र पर फुलमालाएं अर्पित कर अपनी श्रंद्धाजलि भेंट की। इस अवसर पर वरयामसिंह ने कहा कि बटुकेश्वर दत्त का जन्म 18 नवंबर 1910 को ओएरी खंडा, जिला बर्दमान(बंगाल) में हुआ था। बटुकेश्वर दत्त शहीदेआजम भगतसिंह, राजगुरु व सुखदेव के साथी रहे हैं। बटुकेश्वर दत्त ने भारतमाता को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलवाने के लिए चलाए गए आंदोलनों में बढचढ कर भाग लिया। 8 अप्रैल 1929 को दिल्ली सैंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली में बटुकेश्वर ने बम के धमाके करके बिट्रिश सरकार के होश उडा दिए थे। शहीदे आजम भगतसिंह के साथ बटुकेश्वर दत्त ने अंग्रेजों के विरूद्ध चलाए गए आंदोलनों में बढचढ कर भाग लिया। 1942 में चलाए गए भारत छोडो आंदोलन में बटुकेश्वर जेल गए। 1947 मेें देश आजाद हुआ तो वह जेल से बाहर आए। 20 जुलाई 1965 में बिमारी के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में बटुकेश्वर का निधन हो गया।