समर कैम्प में बच्चे अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को उजागर करते हैं : DC

यमुनानगर। जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित बाल भवन में एक जून से 22 जून 2018 तक चल रहे समर कैम्प 2018 के तहत पारितोषिक वितरण एवं समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस समापन समारोह में उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष गिरीश अरोड़ा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
समर कैम्प समारोह में बोलते हुए उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष गिरीश अरोड़ा ने कहा कि इस समर कैम्प में बच्चों को अनेक प्रकार की गतिविधियों से रूबरू करवाया गया है और बच्चों को भी समर कैम्प में बहुत कुछ सीखने को मिला है, क्योंकि समर कैम्प में बच्चों को आत्मरक्षा, रंगौली, चित्रकारी, नृत्य इत्यादि गतिविधियां सिखाई गई। उन्होंने कहा कि समर कैम्प में बच्चों के मानसिक व बौद्विक विकास से संबंधित गतिविधियां सिखाई जाती है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प में बच्चों ने अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को उजागर किया है।
उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष गिरीश अरोड़ा ने कहा कि आज बच्चे बहुत ही चुस्त-दुरूस्त है और हर बच्चे के अन्दर कोई न कोई प्रतिभा अवश्य छिपी होती है। माता पिता को कभी भी अपने बच्चे पर पढाई को लेकर दबाव नहीं बनाना चाहिए और बच्चे को अपनी प्रतिभा को उजागर करने का मौका अवश्य देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे की जिस गतिविधि में अधिक रूचि होती है, उसे पूरा करने के लिए माता-पिता बच्चे को प्रोत्साहित अवश्य करें। इससे बच्चे के मानसिक व बौद्विक विकास में काफी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने समर कैम्प में आयोजित गतिविधियों में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया और बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की सराहना भी की।
इस मौके पर जिला बाल कल्याण अधिकारी मनीषा खन्ना ने उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष की देखरेख में बाल भवन में बच्चों के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करवाए जाते हैं और इन कार्यक्रमों से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि बाल भवन में एक जून से समर कैम्पों का निरंतर आयोजन किया गया और इस समर कैम्प में बच्चों ने नृत्य, चित्रकारी, आर्ट एण्ड क्राफट, मनोरंजक फिल्म, स्वच्छता आदि कार्यक्रमों में भाग लिया। समर कैम्प के दौरान सीखे गए हूनर का समापन समारोह में प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि इस समर कैम्प समापन समारोह में लगभग 250 बच्चों एवं उनके अभिभावक तथा अतिथियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय दहिया, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कर्ण अलावादी,  बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन सतपाल कौर,डॉ. मानशी, नेत्र विशेषज्ञ डॉ. इन्दू कपूर, डॉ. मीनाक्षी अय्यर, मोनिका विग, जिला बाल कल्याण परिषद के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।

Previous articleशिक्षा विभाग के फरमान से फिर चढी गुरुजी की त्‍योरियां
Next articleफसल अवशेष प्रबंधन व कस्टम हाईरिंग स्थापित करने के लिए किसानों को दिया जा रहा है 80 प्रतिशत अनुदान – डॉ सैनी