29 व 30 जुलाई को आंदोलन करेंगे स्वर्णकार व कारीगर

स्वर्णकार अपनी मांगों को लेकर अपना मांगपत्र दिखाते हुए। 
स्वर्णकार अपनी मांगों को लेकर अपना मांगपत्र दिखाते हुए। 
यमुनानगर (रादौर)। पिछले काफी समय से भारत सरकार द्वारा स्वर्णकारो की सभी मांग पूरी नही की जा रही है जिसको लेकर देश के स्वर्णकार संगठनों ने एकजुट होकर आंदोलन शुरू करने का निर्णय ले लिया है। आगामी 29 व 30 जुलाई को भारतीय स्वर्णकार समाज राष्ट्रीय मुख्यालय नागपुर महाराष्ट्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्रराव येरपुडे के नेतृत्व में विभिन्न स्वर्णकार संगठन व कारीगर भारी संख्या में रामलीला मैदान में आंदोलन का शंखनाद करेंगे। जिसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
स्वर्णकार सेवा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं केन्द्रीय प्रधान महासचिव एवं आर्य रत्न सौरभ आर्य ने पत्रकारों को बताया कि शासन की उद्योग व्यवसाय की दोषपूर्ण नीति से परम्परागत कारीगर अपने पैतृक व्यवसाय से विस्थापित होकर दयनीय जीवन जी रहे है। उनके व्यवसाय पर काकारपोरेट बडे उद्योगपतियों द्वारा कथित अतिक्रमण एकाधिकार कर लिया गया है।  प्रधानमंत्री कार्यलय के निर्देश के बावजूद 2014 से 2018 तक वास्तविक कारीगर शासकीय योजनाओ के लाभ से वंचित है उनको परम्परागत व्यवसाय का संरक्षण मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा की देश के इस आंदोलन मे भारत सरकार से स्वर्णकारो के लिए अजमीढ देव स्वर्णकला बोर्ड के गठन, कारीगर मंत्रालय का गठन, परम्परागत व्यवसाय का संरक्षण, आभूषणों पर ऐच्छिक हालमार्किंग, भारतीय दंड संहिता 411 मे आन सपाट जमानत आदि प्रमुख मांगे पूरी कराने की पूरी ताकत झोंकी जायेगी। प्रधानमंत्री कार्यलय को आंदोलन संयोजक लीलाधर सहदेवडा के मार्गदर्शन में मांग पत्र सोंपे जायेगा।
इस आंदोलन को सफल बनाने मे स्वर्णकार सेवा परिषद पूरा साथ देगी और परिषद की रादौर, जिला यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व करनाल सहित हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, महाराष्ट्र व दिल्ली शाखाओं से पदाधिकारीगण व कार्यकर्ता भारी संख्या मे शामिल होगे। इस मौके पर भगतराम वर्मा, चन्द्रकिरण वर्मा, वीरेन्द्र कुमार, अशोक वर्मा, आयुष वर्मा, सुशील कुमार आदि स्वर्णकार प्रतिनिधि मौजूद थे।
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