यमुनानगर। हरियाणा सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के माध्यम से जिला यमुनानगर मेें मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत गत 4 वर्षों के दौरान अब तक 10309 योग्य लाभपात्र परिवारों की लड़कियों की शादी के अवसर पर 26 करोड़ 73 लाख 94 हजार रूपये की राशि कन्यादान के रूप में प्रदान की गई है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त आमना तस्नीम ने बताया कि जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत अनुसूचित जाति एवं विमुक्त जाति के बीपीएल परिवारों की लड़की की शादी पर 51 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि किसी भी जााति की बेसहारा एवं विधवा महिला की बेटी की शादी पर भी कन्यादान राशि प्रदान की जाती है व बीपीएल पिछड़ी जाति व सामान्य जाति की लड़कियों की शादी के अवसर पर कल्याण विभाग द्वारा 11 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाती है। उपायुक्त ने बताया कि विभाग द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेडकर आवास योजना के तहत अनुसूचित जाति के परिवारों को अपने मकान की मरम्मत के लिए मास जुलाई 2018 से 50 हजार रूपये की राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के शासन काल में जिला यमुनानगर के 918 परिवारों को एक करोड़ 71 लाख रूपये की राशि उक्त योजना के तहत प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय यमुनानगर द्वारा अनुसूचित जाति एवं जन जाति के प्रति अत्याचार निवारण योजना के तहत गत चार वर्षो के दौरान 123 पीडि़तों को 66 लाख 38 हजार 750 रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। इसी प्रकार अंतरजातीयं विवाह योजना के तहत 158 पात्रों को 79 लाख 59 हजार की राशि प्रदान की गई है। अब तक अंतरजातीय विवाह योजना के तहत एक लाख एक हजार रूपये दिए जाते थे जिसे अब बढ़ा कर 2 लाख 50 हजार रूपये कर दिया गया है। उपायुक्त आमना तस्नीम ने आगे बताया कि पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा गत 4 वर्षों के दौरान 19 ग्राम पंचायतों को 9 लाख 50 हजार रूपये की राशि प्रदान की गई है। इस राशि से ग्राम पंचायते अपने- अपने क्षेत्रों में अनुसूचित जाति और जन जाति की भलाई के लिए विकास कार्य पूर्ण करवाती है। उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा महान संतो जैसे संत कबीरदास, महर्षि वाल्मीकि, डॉ. भीमराव अम्बेडकर व संत रविदास जी की जंयतियो को राज्य स्तर व जिला स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है। इसी के तहत जिला यमुनानगर में इन महान संतों की जंयतियों को मनाने के लिए 4 लाख 20 हजार रूपये की राशि खर्च की गई है।