यमुनानगर। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर 30 जनवरी 2019 से 13 फरवरी 2019 तक सरकार द्वारा राष्ट्रीय कुष्ठरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत स्पर्ष कुष्ठरोग जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आज दिनांक 30 जनवरी 2019 को डॉ. विजय दहिया, चिकित्सा अधीक्षक, मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल, यमुनानगर ने लघु सचिवालय में महात्मा गांधी को पुष्प चढा कर श्रृधान्जलि दी तथा उसके उपरान्त राधा कृष्णा कुष्ठ आश्रम, जगाधरी जा कर कुष्ठ रोगियों को दवाईयॉं, बैसाखीयॉं, मरहम पट्टियॉं व नारियल का तेल वितरित किया तथा साथ ही उपस्थित जन को शपथ दिलाई की हम अपने जिले को कुष्ठ रोग मुक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोडेंगे तथा हम कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे। हम व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के खिलाफ कलंक व भेदभाव को समाप्त करने के बापू के सपने को साकार करेंगे। इस अवसर पर डॉ. विजय दहिया, चिकित्सा अधीक्षक, मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल, यमुनानगर ने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठरोग उन्मूलन कार्यक्रम के चलते पिछले दो वर्ष से स्पर्श कुष्ठरोग जागरूकता अभियान’ चलाया जा रहा है तथा 2017 व 2018 में यह पूर्ण रूप से सफल रहा। इसी के चलते इस वर्ष 2019 में भी इसे एक चरण आगे बढाकर घर-घर जा कर कुष्ठ रोग के प्रति जन-साधारण को जागरूक किया जायेगा। इस वर्ष इस अभियान के तहत सामुदायकी स्तर पर भी लोगों को जागरूक किया जायेगा। डॉ. दहिया ने बताया की इस वर्ष अक्तूबर 2019 में राष्ट्र महात्मा गांधी का 150वॉं जन्मदिवस मनाने जा रहा है तथा सरकार का लक्ष्य है कि इस अक्तूबर तक महात्मा गांधी के सपने को साकार करते हुये कुष्ठरोग तथा रोगियों के प्रति भेदभाव को कम किया जाये और हो सके तो हम अपने जिले को कुष्ठरोग मुक्त बना सकें। डॉ. विजय दहिया ने यह भी बताया की हमने पहले ही अपने जिले को चेचक व पोलियो मुक्त बना दिया है, इसी प्रकार हमें आने वाले समय में अपने जिले को कुष्ठरोग मुक्त बनाना है। उन्होने बताया की कुष्ठरोग का उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफत उपलब्ध है तथा हमारे स्वास्थ्य कर्मी संदिग्ध कुष्ठरोगीयों का जल्द से जल्द पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिये घर-घर जा कर सर्वेक्षण कर रहे हैं। जिस व्यक्ति की त्वचा पर हल्के पीले रंग के निषान है तथा जिसकी हथेली या तलवों में सुन्नपन्न है, ऐसे व्यक्ति को कुष्ठरोग हो सकता है तथा ऐसे व्यक्ति को तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना चाहिये। इस रोग की देखभाल करने में देरी से विकलांगता हो सकती है। डॉ. दहिया ने बताया की समय पर रोग का पता लगने और उपचार होने पर रोगी को ठीक किया जा सकता है और विकलांगता को रोका जा सकता है तथा कुष्ठ रोग की पहचान करना बहुत आसान है और इसका ईलाज संभव है। इस अवसर पर गुरमेल सिंह पैरामैडिकल वर्कर और बिरबल चालक उपस्थित रहें।