पुरुष में कमी, लेकिन महिला को सुनने पडे बांझ होने के ताने ……..जांच में हुआ खुलासा

यमुनानगर। बच्‍चा न होने पर महिलाओं को ही जिम्‍मेदार ठहराया जाता है। हमारे समाज में ऐसी महिलाओं को प्रताडित किया जाता है और उन्‍हें बांझ जैसे ताने सुनने को मिलते हैं। लेकिन तस्‍वीर का दुसरा रुख यह है कि हर बार बच्‍चा न होने के लिए सिर्फ महिला ही जिम्‍मेदार नहीं होती है। शारीरिक तौर पर पुरुषों में भी कमी होती है, जिसकी वजह से दंपत्ति को सन्‍तान सुख नहीं मिल पाता है। इसका इलाज भी संभव है, लेकिन शर्म या फिर अंजाने में पुरुष अपनी शारी‍रिक जांच न करवा कर सिर्फ महिला को ही इसके लिए जिम्‍मेदार ठहराते हैं। अग्रवाल अस्‍पताल मेें नि:सन्‍तान दंपत्ति की जांच में  ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें पुरुष में शारीरिक कमी होने के बावजूद परिवार के लोगों द्वारा उसकी पत्‍नी को प्रताडित किया जा रहा था। ……. आइए जाने माने डॉ अनिल अग्रवाल से सुनते हैं पूरा मामला …..

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