मैक्सी कैब वाहनों के पास वैध परमीट न होने से बढ रहे सडक हादसे

यमुनानगर। प्रशासन द्वारा मैक्सी कैब वाहनों पर कोई नियम लागू नहीं किए जाने के कारण यह वाहन बेलगाम दौड़ते हुए सडक़ हादसों का कारण बन रहे हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र में बेलगाम दौड़ रहे मैक्सी कैब वाहनों के कारण अनेक हादसे हो चुके हैं। लेकिन इनसे सबक न लेते हुए प्रशासन इन पर कोई भी अंकुश नहीं लगा रहा है। वैसे तो पुलिस द्वारा समय-समय पर नाके लगाकर वाहनों के कागजात व वाहन चालकों के ड्राईविंग लाईसैंस की जांच की जाती है। लेकिन आज तक पुलिस ने इन मैक्सी कैब वाहनों के कागजात या इनके चालकों के ड्राईविंग लाईसैंस की जांच के लिए कभी कोई नाकाबंदी नहीं की है। पुलिस द्वारा इस प्रकार की जांच के अभाव में अधिकतर मैक्सी कैब वाहनों के चालक अपने वाहनों को तेज गति व लापरवाही से दौड़ाते नजर आते हैं। तेज गति व लापरवाही से सडक़ों पर दौड़ते हुए इन मैक्सी कैब वाहनों के कारण वहां से गुजर रहे अन्य वाहनों की सुरक्षा भी खतरे में रहती है। अधिकतर वाहन चालक तो इन मैक्सी कैब वाहनों को सामने से आते देखकर अपने वाहन को एक तरफ कर लेते हैं। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में सवारियां ढोने का काम कर रहे अधिकतर मैक्सी कैब वाहनों के पास वैध परमीट तक नहीं है। इसके अलावा मैक्सी कैब वाहनों द्वारा क्षमता से अधिक सवारियां लादकर सभी नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। जबकि मैक्सी कैब वाहनों में आठ से अधिक सवारियां लादने का नियम है। सडक़ों पर तेजी से सरपट दौड़ रहे मैक्सी कैब वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियों को ठुसकर लादने के अलावा पायदानों पर भी सवारियों को खड़ा कर दिया जाता है। जिसके कारण इन सवारियों की सुरक्षा सदैव खतरे में रहती है। पुलिस द्वारा पहाड़ीपुर नाके के अलावा दोसडक़ा चौंक पर दूसरे वाहनों को रोककर जांच की जाती है। लेकिन क्षमता से अधिक सवारियां लादकर ले जा रहे मैक्सी कैब वाहनों को इस नाकों पर भी रोका न जाना पुलिस प्रशासन के प्रति सवाल खड़े करता है।
रिपोर्ट शिवम अग्रवाल, साढौरा।
Previous articleसाढौरा मेंं बंदरों का आतंक, डर के साए मेंं रह रहे लाेग
Next articleखालसा कॉलेज में एन सी सी कैडेटों ने मनाया ध्‍वज दिवस