यमुनानगर । के उपायुक्त गिरीश अरोरा व पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव ने कैंप कार्यालय में मैराथन दौड़ की तैयारियों को लेकर बैठक ली।
उन्होंने बताया कि यमुनानगर में प्रथम दिसम्बर 2018 को होने वाली मैराथन दौड़ के लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरु कर दी गई है। इस दौड़ में हिस्सा लेने के लिए ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन का कार्य 11 नवम्बर से शुरु कर दिया गया है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिला के नागरिकों में भारी उत्साह है। मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी एवं एडीजीपी ओ.पी.सिंह स्वयं इस मैराथन के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने इंटर विलेज प्रमोशनल रन में भाग लेकर उन्हें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया है। इस मैराथन दौड़ में 42, 21, 11 और 5 किलोमीटर की दौड़ होगी। उन्होंने बताया कि 42.2 और 21 किलोमीटर की दौड़ के प्रथम तीन महिला और पुरुष विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और नकद इनाम दिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से यमुनानगर का नाम ऊंचा करने वाले खिलाडिय़ों को इस मैराथन दौड़ का ब्राण्ड ऐम्बैसडर बनाया जाएगा और इस कार्य के लिए खिलाडिय़ों की पहचान शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस मैराथन दौड़ में जूनियर और सब जूनियर स्तर के खिलाडिय़ों को भी जगह मिलेगी। उन्होंने बताया कि एक दिसम्बर 2018 को होने वाली मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने के लिए ऑन रजिस्ट्रशेन के लिए जिला की जनता में भारी उत्साह हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति इस दौड़ में हिस्सा ले सकता है।
उन्होंने बताया कि यमुनानगर मैराथन रन फॉर रोड़ सेफटी का वेबसाईट, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पेज तैयार हो गया है।प्रतिभागी मैराथन की तैयारी के बारे में अपना फोटो पर ट्विट करें और इंस्टाग्राम पर पिक्चर पोस्ट करें। उन्होंने बताया कि चेस्ट नम्बर कार्ड 29 नवम्बर 2018 को मैराथन एक्स्पो में यमुनानगर में मिलेगा और मैराथन में चेस्ट नम्बर प्राप्त करने के लिए और मैराथन में वोलंटियर बनने के लिए फार्म भरे जा सकते हैं।
उपायुक्त गिरीश अरोरा व पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव ने जिला अधिकारियों की बैठक लेकर इसके रुट प्लान और तैयारियों का जायजा भी लिया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त के.के.भादू, जगाधरी एस.डी.एम. भारत भूषण कौशिक, डीएसपी राजकुमार वालिया, जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी राजेन्द्र गुप्ता, थाना प्रबंधक राजीव मिगलानी सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।