यमुनानगर। रोडवेज कर्मचारियो की निजीकरण के खिलाफ की जा रही हड़ताल के समर्थन में अन्य सभी सरकारी विभागों, बोर्डो, निगमो व नगरनिगमो के हज़ारों कर्मचारियो ने सामूहिक अवकाश लेकर शिक्षा, बिजली, स्वास्थ्य जनस्वास्थ्य, नगर निगम इत्यादि कई विभागों का काम काज ठप्प कर दिया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, हरियाणा स्कूल लेक्चरार एसोसीएशन, राज्य अध्यापक संघ 70, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ संबंधित कर्मचारी महासंघ व संयुक्त कर्मचारी मंच के आह्वान पर हजारों कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर डी सी दफ्तर पहुंचे जंहा बीते कल से कर्मचारी क्रमिक अनशन पर बैठे थे। कर्मचारियो ने यंहा जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की वंही रोडवेज के हड़ताली कर्मचारियो के समर्थन में नारेबाजी की। फिर सभी कर्मचारी सँगठनो के प्रधानों की अध्यक्षता में रोष सभा व प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए बस स्टैंड पर पहुंचे। बस स्टैंड पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ के राज्य ऑडिटर सतीश सेठी ने यात्रियों को हो रही परेशानी के लिए माफी मांगते हुए कहा कि रोडवेज कर्मियों की हड़ताल वेतन बढ़ोतरी के लिए नही बल्कि आम जनता को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सुविधा व बेरोजगारों को पक्के रोजगार के लिए की जा रही है। सरकार से मांग की जा रही है कि प्रदेश के हर छोटे-बड़े गांव व कस्बे में दिन में तीन बार हर रोज सरकारी बस जानी चाहिए। इसके लिए ही 14 हज़ार ओर बसों की मांग की जा रही है। इससे जंहा आम जनता को सुविधा मिलेगी वंही 84 हज़ार बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। परंतु पिछले 11 दिनों से सरकार आनाकानी करते हुए अपनी जिम्मेवारी से पीछे हट रही है ओर परिवहन सेवा प्राइवेट कम्पनियो के हवाले कर रही है जिसका उद्देश्य सेवा नही मुनाफा कमाना होता है। स्कूल लेक्चरार एसोसीएशन के जिला प्रधान परमजीत संधू ने कहा कि सरकार बातचीत से समाधान करने की बजाए हिटलरशाही अंदाज में कर्मचारियों पर एस्मा के तहत कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि बर्खास्तगी व निलंबन से आंदोलन को दबाया नही जा सकता। प्रदेश का लाखो कर्मचारी रोडवेज कर्मियों के साथ मिलकर आंदोलन को तेज करेगा। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य संयोजक जगजीत सिंह व राज्य नेता प्रदीप सरीन ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मियों के संगठनों के रोडवेज कर्मियों के साथ खड़े हो जाने से सरकार बौखला गई है। आज शिक्षा विभाग के ही प्रदेश भर में एक लाख से ज्यादा शिक्षक व कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर सरकार की तानाशाही का करारा जवाब सड़को पर आकर दे रहे है। संयुक्त मंच से एस के एस के जिला प्रधान महीपाल सौढे ने कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में कर्मचारियो को सीमा में रहने की जो चेतावनी दे रहे है उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कर्मचारी सरकार के हर उस फैसले का डटकर विरोध करेगा जो जन विरोधी होगा।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान राकेश धनखड़ ने कहा कि 720 बसों को किलोमीटर स्कीम पर प्राइवेट कम्पनियो से लेना जनता हित मे नही है इसलिए कर्मचारी हित मे भी नही है। इसलिए ही रोडवेज व अन्य कर्मचारी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे है क्योंकि कर्मचारी भी जनता का एक हिस्सा है। 28 अक्टूबर को पूरे हरियाणा में विधायकों व मंत्रियों का घेराव किया जाएगा संघर्ष की अगली कड़ी में प्रदेश के तमाम विभागों के कर्मचारी 15 नवंबर को हड़ताल पर रहेंगे 8 व 9 जनवरी 2019 को सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे। मौके पर सभी विभागों के हजारों कर्मचारी मौजूद रहे।