यमुनानगर। हरियाणा रोडवेज की 16 अक्टूबर से चल रही हड़ताल के समर्थन में जिला यमुनानगर के सभी जन संगठनों की कन्वेंशन वरिष्ठ वकील धर्म चंद चौहान की अध्यक्षता में हुई। सभी जन संगठनों ने आम जनता से अपील की है कि इस समय जनता को रोडवेज की हड़ताल का पूर्ण समर्थन करना चाहिए क्योंकि रोडवेज के कर्मचारी अपने वेतन बढ़ाने की मांग नहीं कर रहे हैं वह केवल रोडवेज विभाग का निजी करण रोकने के लिए है। सरकार घाटे का बहाना बनाकर रोडवेज को बंद करना चाहती है जबकि रोडवेज में किसी प्रकार का घाटा नहीं है। नेता व अधिकारी स्पेयर पार्ट खरीदने में घपले करते हैं 2 – 3 गुना कीमतों पर खरीद करते हैं। रोडवेज बचेगा तो रोजगार बचेगा और बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलेगा। सरकार 720 बसें ठेके पर महंगे दामों में लगाकर निजी करण करके सरकारी रोजगार के अवसर छिनना चाहती है। जन सुविधा के लिए बनाए गए विभाग वित्तीय लाभ कमाने के लिए नहीं बल्कि जनसेवा के लिए होते हैं। सरकार इन विभागों को घाटा में दिखाकर अपने मंत्रियों व अमीर दोस्तों को बेचना चाहती है जिसका कर्मचारी विरोध कर रहा है। यह जानकारी जिला सचिव राजपाल सांगवान ने पत्रकारों को दी। अध्यक्ष व किसान सभा के नेता हरभजन सिंह संधू ने बताया कि जनसंख्या के हिसाब से आज 14000 बसों की आवश्यकता है जिससे 84000 बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलेगा। कर्मचारियों की मांग है कि यदि सरकार के पास पैसे की कमी है तो कर्मचारी बसे खरीदने के लिए अपने वेतन से 20% वेतन 10 महीने तक देने को तैयार हैं जो उसे रिटायरमेंट पर वापिस दिए जा सकते हैं। आज की कन्वेंशन सेमिनार सरकार से मांग करती है कि सरकार 720 बसों का एग्रीमेंट तुरंत रद्द करे। हड़ताल को तुरंत फैसला करें करके खत्म करवाया जाए। सरकार होश में आए जनता से धोखा ना करें मौके पर राम कुमार कंबोज शरबती अंजू शर्मा रेखा सैनी वीरेंद्र सिंह अजमेर सिंह रोशन कांबोज सुनीता शर्मा शिमला कृष्ण चंद विक्रम सिंह अमित गुज्जर सूरजभान सुनील कंबोज सचिन शर्मा नीतीश जोत सिंह रावत आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे राज्य की ओर से नरेश कुमार महासचिव ऑल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन ने सेमिनार को संबोधित करते हुए सरकार से मांग की कि सरकार हड़ताल ना बढ़वाए बातचीत करे।
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