भाकियू के विरोध के चलते किसान की जमीन की नीलामी रूकी, नीलामी करने नही पहुंचा कोई अधिकारी

यमुनानगर/साढौरा। एक सरकारी बैंक द्वारा गांव नाईवाला के एक किसान की जमीन की सोमवार को नीलामी करने के लिए पहुंचना था। लेकिन नीलामी की सूचना पाकर अधिकारियों के पहुंचने से पूर्व ही भाकियू के नेतृत्व में सैकड़ों किसान गांव कोटला में एकत्रित होना शुरू हो गए। गांव कोटला में भाकियू द्वारा विरोध करने के बाद कोई भी बैंक अधिकारी मौके पर नही पहुंचा। भाकियू के हलका प्रधान सतपाल मानकपुर ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक सरकार स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नही करती तब तक किसी भी किसान की जमीन की नीलामी नही होने दी जाएगी। सतपाल मानकपुर ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसानों को फसल से घाटा उठाने के अलावा किसानों को कर्जे के बोझ नीचे दबने को मजबूर होना पड़ रहा है। इन हालात में बैंक द्वारा किसान की जमीन की नीलामी करना बहुत गलत है।
भाकियू प्रदेश उपाध्ययक्ष प्रेम सिंह शाहपुर ने कहा कि अगर किसी भी बैंक द्वारा जबरन किसी किसान की जमीन की नीलामी की तो भाकियू किसानों का साथ देकर नीलामी का डटकर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल खराब हो चुकी है। दूसरी तरफ सरकार किसानों की मदद करने की बजाए उनकी जमीनों को नीलाम करवाकर उनके जख्मों पर नमक छिडक़ने का काम कर रही है। फसलों के उचित मूल्य न मिलने के कारण किसानों को कर्जदार बनना पड़ता है। अगर सरकार किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दे तो कोई भी किसान कर्जे के बोझ में नही दबेगा। सुरेन्द्र सिंह सांगवान ने सरकार से किसानों की खराब फसल की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। मौके पर मोहताब कादियान, शाम सिंह मान, बलिन्द्र कुमार, विनोद डांगी, राजेश डांगी,, मामचंद लाडवा, अजीत सिंह कर्मचंद शामपुर, सुभाष शर्मा, रामपाल, सुल्तान सिंह, रमेल सिंह, गुलाब सिंह, संजू शामपुर, नाजर दीन, आलमगीर, सावर अली, सुलेमान, जनक पांडों व मामराज उपस्थित थे।
रिपोर्ट : शिवम अग्रवाल
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