*फैक्ट्ररियों से निकलने वाले गंदे पानी की वजह से मिट्टी तथा जल प्रदूषण को मिल रहा है बढ़ावा
*प्रदर्शनी के जरिए दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कॉलेज के रसायन शास्त्र विभाग द्वारा पर्यावरण के अनुकूल विषय पर प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें छात्राओं द्वारा तैयार किए गए मॉडल्स व चाट्र्स को प्रदर्शित किया गया। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डा. विभा गुप्ता तथा रसायन शास्त्र विभागाध्यक्षा डा. योगिता गुप्ता ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कॉलेज से सेवानिवृत प्राध्यापिका डा. रवि बाटला तथा उर्मिल राणा ने बतौर निर्णायक कार्यक्रम में शिरकत की।
डा. योगिता गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदूषण को नियंत्रित करने का संदेश दिया गया।
उन्होंने बताया कि फैक्ट्ररियों की चिमनियों, वाहनों के धुएं में विभिन्न प्रकार की जहरीली गैसें होती है। जिससे वायु प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है। इसके अलावा फैक्ट्ररियों से निकलने वाले गंदे पानी की वजह से मिट्टी तथा जल प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त प्रदूषण को कम किया जा सकता है। इसके लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है। डा. योगिता ने बताया कि घरों से निकलने वाले वेस्ट मैटीरियल (सब्जियों का छिलका, पन्नियां, प्लास्टिक,कांच का सामान) को पुन: प्रयोग में लाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि सब्जियों के छिलके को खाद तैयार की जा सकी है। जबकि पन्नियों को सडक़ निर्माण के कार्य में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रदर्शनी के दौरान छात्राओं ने थीम-सेट-अप तथा प्रोजेक्ट सेट-अप श्रेणी में अपने मॉडल व चार्ट का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रिया, मनीषा वालिया, वंदना, इंदू, शालिनी, कल्पना, मनीषा गोयल ने सहयोग दिया।
इस प्रकार रहा परिणाम-
थीम सेट अप श्रेणी में बीएससी नॉन मेडिकल अंतिम वर्ष की शिवानी व उपासना तथा साक्षी व सुनैना की टीम को संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार प्रदान किया गया। जबकि नीरज व शिल्पा तथा बीएससी नॉन मेडिकल प्रथम वर्ष की सिमरन व दीपशिक्षा को संयुक्त रूप से दूसरा तथा अंतिम वर्ष की प्रियंका व नरेंद्र तथा प्रथम वर्ष की अदिति व आंचल को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान अर्जित किया। पोजेक्ट सेटअप श्रेणी में मानवी, साक्ष्री, साक्षी, रिचा, तान्या व अंकिता को पुरस्कृत किया गया।