यमुनानगर /रादौर। वीरवार की सुबह रादौर क्षेत्र में तेज आंधी तुफान व बारिश के साथ ओले पडने से किसानों की फसल पुरी तरह से तबाह व बर्बाद हो गई है। फसल बर्बाद होने से क्षेत्र के किसानों को करोडों रूपए का नुक्सान हुआ है। फसल खराब होने से किसान खून के आंसू रोने पर मजबुुर हो गए है। पकी पकाई फसल बर्बाद होने पर किसान इन्द्रदेवता को कोसते नजर आए। ओलों व बारिश से किसानों की धान, गन्ने, चैरी की फसल जमीन पर चादर की तरह बिछ गई है।
वहीं ओले व बरसात से क्षेत्र में सब्जी की फसल पुरी तरह से चौपट हो गई है। जिससे किसानों को भारी नुक्सान हुआ है। किसानों का कहना है कि आज तक का बरसात व ओले से धान की फसल को सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ है। उन्होंने जीवन में इससे बडा फसलों को नुक्सान नहीं देखा है। बरसात व ओलावृत्ति से सबसे ज्यादा नुक्सान गांव बैडी, खजूरी, झगुडी, बदनपुरी, ईस्माईलपुर, हाफिजपुर,टोपरा, सागडी, धौडंग, बकाना, पलाका, चमरोडी, अमलोहा, सतगौली, नगला साधान, हरनौल, दामला, रादौर, छोटाबांस, लालछप्पर, संधाला, संधाली आदि गांवों में हुआ है।
फसल बर्बाद होने के मामले को लेकर वीरवार को क्षेत्र के सैकडों किसान तहसीलदार रादौर नवनीत कुमार से मिले। किसानों ने सरपंच झगुडी पदमसिंह के नेतृत्व में तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर उनकी ओलावृत्ति से प्रभावित हुई फसलों का मुआवजा दिए जाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि ओलों, तुफान व भारी बरसात से उनकी फसले बर्बाद हो गई है। उन्होंने मेहनत व लागत से अपनी धान की फसले तैयार की थी। किसानों के पास खाने के लिए भी दाने तक नहीं बचे है।
मुख्यमंत्री किसानों की फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को प्रति एकड 60 हजार रूपए मुआवजा दिलवाए। उधर किसानों ने बताया कि धान की फसल के साथ साथ ओले पडने से गन्ने की फसल जमीन पर गिर गई है। जिससे गन्ने की फसल की उत्पादन क्षमता पर बुरा असर पडेगा। इस अवसर पर मेवासिंह झगुडी, सुंदरभान, रामशरण, कश्मीरीलाल, सोहनलाल, इज्ञाराम सैनी, सतपाल, कल्लूराम,जोगिन्द्रसिंह नंबरदार, नरेन्द्रसिंह, अंकुश, जयपाल झगुडी, जगमालङ्क्षसह, रामकरण, जयसिंह, सतपाल, नरेश कुमार, रामकुमार झगुडी, साहिल, गौरव, श्रीचंद आदि मौजूद थे।
आंधी, तुफान से जुब्बल में फैक्ट्री पुरी तरह तबाह, लाखों का नुक्सान –
वीरवार की सुबह 6 बजे क्षेत्र में आए तेज आंधी, तुफान से गांव जुब्बल में मेन रोड पर स्थित एक एगजोस्ट फै न की लोहे की टीनों से बनी फैक्ट्री पुरी तरह से तबाह हो गई है। जिस कारण फैक्ट्री के मालिक को फैक्ट्री तबाह होने पर 20 लाख रूपए से अधिक का नुक्सान हुआ है। आंधी तुफान में फैक्ट्री की लोहे की टीने उड गई। तुफान में फैक्ट्री की टीने उडकर सडक पार लगभग 250 फुट दूर स्थित गांव की भटठा कालौनी में जा गिरी। फैक्ट्री की भारी भरकम टीनों के कालौनी में गिरने से 60 वर्षीय कमलादेवी व 10 वर्षीय दीपक व मोहित बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। फैैक्ट्री के मालिक शैंकी कांबोज ने बताया कि सुबह 6 बजे आए आंधी तुफान से उसकी एगजोस्ट फैन की फैक्ट्री की टीन की चादरे तेज हवा में उडकर दूर जा गिरी। तुफान के कारण उसकी पुरी फैक्ट्री बर्बाद हो गई है। जिस कारण उसे 20 लाख रूपए से अधिक का नुक्सान हुुआ है। उसकी फैक्ट्री का कोई बीमा नहीं है। जिस कारण उसे यह नुक्सान उठाना पडेगा।
उधर भटठा कालौनी के लोगों ने बताया कि आंधी, तुफान में फैक्ट्री की टीन की चादरे व लोहे के एंगल उडकर उनके मकानों पर आ गिरे है। जिस कारण तीन लोग घायल हुए है। सौभाग्य से जिस समय टीन की चादरे कालौनी के मकानों पर गिरी तो उस समय ज्यादा लोग आसपास नहीं थे, अन्यथा बडा हादसा हो सकता था। कालौनी निवासी जयपाल पंच, तरसेम, अशोक, मदनलाल, सुखबीर, बलदेव, बंसीलाल आदि ने बताया कि आंधी, तुफान के कारण उनके मकानों पर आ गिरी लोहे की टीनों से जोरदार धमाका हुआ। जिस कारण कालौनी के लोग बुरी तरह से डर गए। उधर गांव जुब्बल में आंधी तुफान से दो ट्रांस्फार्मर खंभों सहित टूटकर जमीन पर गिर गए। जबकि बिजली निगम के 10 से ज्यादा फीडर आंधी तुफान में बुरी तरह प्रभावित हुए है। जिससे क्षेत्र में बिजली की सप्लाई प्रभावित हुई है। देर शाम तक भी बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई थी। कई गांवों में बिजली के खंभे टूटकर गिर गए है। एसडीओ बलवान सिंह ने बताया कि कर्मचारी खराब हुई लाईनों को ठीक करने में लगे हुए है।
आंधी, तुफान से क्षेत्र में गिरे पेड, सडकों पर लगा जाम –
रादौर क्षेत्र में आए तेज आंधी,तुफान से जगह जगह सडकों पर पेड गिरने से घंटों यातायात प्रभावित रहा। लगभग 4 घंटे एसके रोड रादौर में जाम रहा। इस दौरान मेन रोड पर जाम लगने से यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पडा। पेड गिरने से सांगीपुर, जुब्बल व धौडंग में घंटों जाम लगा रहा। इस दौरान ग्रामीणों ने पेड काटकर, ट्रैक्टर से सडक पर गिरे पेडों को दूर कर जाम को खुलवाया। जाम लगने से लोग सडकों पर भटकते नजर आए। जिससे आम आदमी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी हुई। जाम लगने से रादौर बस स्टैंड पर बसे घंटों खडी रही। जिससे बस स्टेैंड पर आए लोगों का जमावडा लग गया।
बरसात व ओलावृत्ति से सब्जी मंडी में सब्जी हुई खराब, किसानों व आढतियों ने की नारेबाजी –
रादौर में हुई तेज बारिश से खुले में चल रही सब्जी मंडी में लाखों रूपए की सब्जी व फल खराब होने पर आढती व किसान भडक उठे। गुस्साएं लोगों ने मंडी के प्रधान विजय आढती के नेतृत्व में सरकार व प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी कर रोष प्रकट किया। प्रधान विजय आढती, जयकिशन सैनी, गोल्डी सैनी, रामेश्वर सैनी, राजबीर सैनी ने बताया कि वर्षाे से मंडी के आढती खुले में सब्जी मंडी लगाते आ रहे है। बारिश आने पर उनकी सब्जी खराब हो जाती है। जिससे किसानों व आढतियो को भारी नुक्सान होता है। उनकी मांग है कि शहर में पक्की सब्जी मंडी बनाकर उन्हें राहत पहुंचाई जाए। उधर बरसात से अनाजमंडी रादौर में खुले में पडी हजारों क्विंटल धान की फसल पानी में भीग गई। जिससे लाखों का नुक्सान हुआ है। अचानक हुई बारिश से मंडी में फड पर पडी धान की फसल को तिरपालों से समय पर ढका नहीं जा सका। जिससे धान की फसल पानी में भीगकर खराब हो गई है।