यमुनानगर। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शहर के अल्ट्रा मैराथन धावक केशव मानिक टाहला को कैनाल रैस्ट हाऊस में सम्मानित किया गया। केशव मानिक टाहला ने 100 दिन में 5300 किलोमीटर दौड़ लगाकर 41 देशों के लगभग 20 हजार धावकों को पछाड़ते हुए 100 डेज ऑफ रनिग चैलेज में प्रथम स्थान हासिल कर विश्व विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे खिलाडिय़ों की वजह से ही देश व प्रदेश का नाम रोशन है। आज के युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जहां केशव का मनोबल बढ़ाया,वहीं इनकी हर संभव सहायता करने का भी आश्वासन दिया।
केशव मानिक टाहला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बताया कि 100 डेज ऑफ रनिंग चैलेंज प्रतियोगिता जोकि 28 अप्रैल से 5 अगस्त तक आयोजित की गई थी, इसमें उन्हें प्रथम रेंक हासिल हुआ। इस प्रतियोगिता के अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि इस दौरान मई, जून व जुलाई के माह चुनौती पूर्ण थे, इन महीनों में लू, गर्मी, उमस व बरसात जैसी चुनौतियां उनके सामने थी जिन पर उन्होंने सफलता हासिल की। इसी दौरान एक अन्य प्रतियोगिता में जिसमें 147 देशों के 196194 धावकों ने भाग लिया था, उस प्रतियोगिता में भी शहर के इस धावक ने 1900 किलोमीटर दौड़ कर प्रथम स्थान हासिल किया।
केशव मानिक टाहला ने लगाई थी यमुनानगर से चण्डीगढ़ 100 किलामीटर की दौड
केशव मानिक टाहला ने बताया कि उन्होंने दौडऩे की शुरूआत वर्ष 2011 से की थी और दो महीने के बाद ही यमुनानगर से चण्डीगढ़ 100 किलामीटर वे दौड़ लगा कर गए थे तथा आज तक वह 13000 किलोमीटर दौड़ चुके है। उन्होंने बताया कि 50 डिग्री तापमान व माईनस 8 डिग्री तापमान में भी दौड़ चुके है,कुल 300 हाफ मैराथन, 80 फुल मैराथन, 50 अल्ट्रा मैराथन दौड़ चुके है व पिछले दो साल से प्रत्येक रविवार को हाफ मैराथन दौड़ते आ रहे है। उनका लक्ष्य एक हजार रविवार तक हाफ मैराथन दौड़ेगे। उन्होंने आगे आने वाले समय में दिल्ली से चण्डीगढ़ 200 किलोमीटर दौड़ कर जाएगे। केशव इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार साथ साथ अपने मित्रों जतिन व अमेज जिम के मालिक मनीष को देते है। इस अवसर पर विधायक यमुनानगर घनश्याम दास अरोड़ा, केशव मानिक टाहला के पिता श्याम सुंदर टाहला भी उपस्थित थे।