यमुनानगर। बाल भिक्षावृति की रोकथाम के लिए जिला विधि सेवा प्राधिकरण एवं जिला बाल सरंक्षण इकाई के संयुक्त प्रावधान में यमुनानागर जिले में एक अभियान की शुरुआत की गयी। जिसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती बिमलेश तंवर ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट गगनदीप मित्तल, चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट कम सेक्टरी जिला विधि सेवा प्राधिकरण अरविन्द कुमार, डॉ. ऋचा, जिला बाल सरंक्षण अधिकारी, रंजन शर्मा लीगल अधिकारी, प्रीति शर्मा सरंक्षण अधिकारी गैर संस्थागत देखभाल, फॅमिली प्लानिंग संस्था से अंजना तलूजा, पंकज छाबरा अधिवक्ता जिला विधि सेवा प्राधिकरण, गुरप्रीत सिंह सामाजिक कार्यकर्ता, गौरव शर्मा आउट रीच वर्कर उपस्थित रहे।
अरविन्द कुमार ने बताया की यह अभियान यमुनानागर में धार्मिक स्थलों के बहार जो बच्चे भीख मांगते है, उनको रेस्क्यू कर उनके भविष्य ध्यान में रख कर चलाया जा रहा है। इस अभियान का तहत जो भी बच्चों से भीख मंगवाता पाया गया उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। डॉ. ऋचा ने बताया की टीम द्वारा बीख मांगते बच्चों को रेस्क्यू करने के साथ साथ मोके पर जागरूकता भी की जाएगी की आने वाले समय में कोई भी व्यक्ति बच्चों से भीख़ न मंगवाए एवं बच्चों को पढाये लिखाये। उन्होंने यह भी बताया की यदि कोई बच्चा कही भी भीख मांगता पाया जाता है तो उसकी सुचना जिला बाल सरंक्षण इकाई एवं चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर दी जा सकती है।