यमुनानगर। क्या आपने कभी सुना है कि आटो चलाने वाला व्यक्ति गर्भपात करने वाली दवा बेचता है। यह दवा यानि एमटीपी किट मेडिकल स्टोर में भी बिना डाक्टर की पर्ची के नहीं बेची जा सकती। लेकिन यमुनानगर शहर में एक आटो चालक काफी समय से इसे बेच रहा था। हेल्थ डिपार्टमेंट को इसकी सूचना मिली तो एक फर्जी ग्राहक की मदद से आटो चालक को एमटीपी किट बेचते रंगे हाथों गिरफ़तार कर लिया गया। इसके लिए डॉ राजेश परमार के नेतम्व में टीम बनाई गई। इस टीम में डा गोल्डी और सीडीपीओ प्रवीन छाबडा भी शामिल थी।
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डा परमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के फर्जी ग्राहक ने पहले आटो चालक को फोन कर एमटीपी किट मांगी। अाटो चालक ने ग्राहक को जौडिया में बुलाया और उससे 1500 रुपए लेकर एमटीपी किट दे दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर आकर आटो चालक को पकड लिया और उसके कब्जे से 1500 रुपये बरामद कर लिए। आटो चालक के साथ एक और व्यक्ति था। आटो चालक ने बताया कि वह एमटीपी किट करनाल से लाता था। स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों को फर्कपुर थाने लेकर आई और उनके खिलाफ लिखित में शिकायत दी। दोनों के खिलाफ एमटीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। डॉ परमार ने बताया कि आटो चालक का नाम सुरजीत है और वह दामला का रहने वाला है। उसके साथी का नाम रामफल है।
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