कबीर ने पाखंड व अंधविश्वास का विरोध कर ईश्वर की पूजा करने का दिया संदेश

Deputy Commissioner Yamunanagar

यमुनानगर। उपायुक्त गिरीश अरोड़ा ने कहा की देश में जो भी महापुरूष पैदा हुए है, सभी ने मानवता का संदेश दिया है, लेकिन आज हमने उन्हें जातियों में बांट दिया है, जबकि सभी महापुरूषों एवं संतों ने जाति, धर्म की संकीर्ण सोच से ऊपर उठकर कार्य किया है। उन्होंने कहा कि समाज सुधार, धार्मिक व समाजिक एकता के लिए संत कबीर की शिक्षाएं आज भी उतनी ही सार्थक हैं, जितनी उनके समयकाल में थी। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने धर्म के नाम पर पाखंड तथा अंधविश्वास का विरोध करके मानवता को एक ईश्वर की पूजा करने का संदेश दिया और जीवन भर अध्यात्मिकता के क्षेत्र में मानवता का मार्गदर्शन करते रहे।
उपायुक्त जिला प्रशासन एवं अनुसूचित जातियां एवं पिछडे वर्ग कल्याण विभाग हरियाणा द्वारा हिन्दू गर्ल्स कालेज जगाधरी में आयोजित संत कबीर जयंती के जिला स्तरीय समारोह के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि महापुरूषों ने हमें जो शिक्षा दी है वह केवल भाषणों तक सीमित रह गई है और कहा कि वर्तमान समय में व्यक्तिगत सोच को प्राथमिकता देने तथा भौतिकवाद की दौड़ में व्यक्ति, समाज और राष्ट्रहित को भूलता जा रहा है और ऐसे समयकाल में संत कबीर की शिक्षाएं एक मार्गदर्शक के रूप में सही मार्ग दिखा सकती हैं। उन्होंने कहा कि संत कबीर दास जी ने अपने समय में सभी जातियों एवं धर्मों में फैली कुरीतियों को दूर करने की आवाज उठाई।
कंबीर दास जंयती समारोह में बोलते हुए यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि कबीर दास के द्वारा रचित दोहे हर व्यक्ति के जीवन में सटीक उतरते हैं। महापुरूष किसी जाति से संबंध नहीं रखते बल्कि उनके द्वारा बताए गया मार्ग सभी धर्म एवं जाति को मानवता का रास्ता दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने संत-महापुरूषों के बताए हुए मार्ग व ज्ञान को जनता तक पहुंचाने के लिए महापुरूषों एवं संतों की जंयतियों को सरकारी स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है ताकि महापुरूषों द्वारा दी गई जानकारी लोगों तक पहुंचाई जा सकें। उन्होंने कहा कि जब समाज में छुआछूत, जात-पात, अंधविश्वास चरम सीमा पर था उस समय संत कबीर, गुरू रविदास, गुरू नानक देव, दयानंद, स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरूषों ने समाज को मानवता संदेश दिया।
Yamunanagar Hulchul
अतिरिक्त उपायुक्त कमलेश कुमार भादू ने कहा कि हमारे देश में जितने भी महापुरूष पैदा हुए है उनके जन्मदिवस मनाए जाते हैं उनमें कोई खास बात रही होगी तभी महापुरूषों को याद किया जाता है। भारत में ऐसे ऐसे महापुरूष पैदा हुए है जिनको भगवान से बढक़र दर्जा दिया है। ऐसे उदाहरण दूसरें देशों में देखने को नहीं मिलते। महापुरूषों ने पूरी मानवता को एकता व भाईचारे का संदेश दिया है और मानव कल्याण के लिए हमें उनके बताए हुए मार्ग पर अवश्य चलना चाहिए। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन तभी सार्थक हो सकते हैं, जब प्रतिभागी महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेकर उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इस मौके पर सूचना एवं जन स पर्क विभाग द्वारा संत कबीर के जीवन पर तैयार की गई लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई तथा विभाग की भजन मंडली द्वारा कंबीर दास के दोहो पर आधारित गीत गाकर उपस्थित समूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर जगाधरी के एसडीएम भारत भूषण कौशिक, नगराधीश सुमित सिहाग, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश सपरा, जिला राजस्व अधिकारी हरिओम विश्रोई, जिला कल्याण अधिकारी शीश पाल माहला, जिला परियोजना अधिकारी हाकम सिंह राणा, जिला खादय एवं आपूर्ति नियंत्रण सुरेन्द्र सिंह, पार्षद एवं डिप्टी मेयर पवन बिटटू, हिन्दू गल्र्ज कालेज की प्रिंसीपल डॉ. शारदा तहसील कल्याण अधिकारी हरिसूदन शर्मा व समाजसेवी राकेश कुमार धौलरा भी उपस्थित थे।

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