गो फर्स्ट संकट के बीच SpiceJet को नोटिस, दिवाला प्रक्रिया से जुड़ा है मामला
देश की एविएशन इंडस्ट्री में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते दिनों दिग्गज एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट ने स्वैच्छिक दिवाला प्रक्रिया में जाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) को आवेदन दिया था। स्पाइसजेट (SpiceJet) के खिलाफ एक कंपनी ने एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया है। विमान पट्टे पर देने वाली इस कंपनी की याचिका पर स्पाइसजेट को नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि इस याचिका में स्पाइसजेट के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने की अपील की गई है।
एनसीएलटी के अध्यक्ष रामलिंगम सुधाकर की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय प्रधान पीठ ने एयरकैसल (आयरलैंड) लिमिटेड की याचिका पर स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया और इसपर अगली सुनवाई के लिये 17 मई की तारीख तय की।
एयरलाइन कंपनी ने क्या कहा: स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि एयरकैसल के मुद्दे पर सामान्य स्थिति में नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा, ”स्पाइसजेट के खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की गई है। न्यायाधिकरण ने इस बात पर गौर किया कि दोनों पक्ष मामले के निपटान को लेकर बातचीत कर रहे हैं।” बता दें कि एयरकैसल ने 28 अप्रैल को स्पाइसजेट के खिलाफ याचिका दायर की थी।
नहीं आएगी दिक्कत: पिछले हफ्ते स्पाइसजेट ने कहा था कि एयरलाइन के बेड़े में एयरकैसल का कोई विमान नहीं है और याचिका दायर करने से उसका परिचालन प्रभावित नहीं होगा। एनसीएलटी की वेबसाइट के मुताबिक स्पाइसजेट के खिलाफ दिवाला समाधान कार्यवाही के अंतर्गत दो और याचिकाएं उसके समक्ष लंबित हैं। विलिस लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन ने 12 अप्रैल को और एकडूंस बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड ने चार फरवरी को याचिका दायर की थी।