मंदी के डर से टेक कंपनियों में छंटनी तेज, अमेजन, सेल्सफोर्स और टेस्ला के साथ बायजू जैसी दिग्गज कंपनियां सबसे आगे
महंगाई की चिंता के बीच मंदी की आशंका से दुनियाभर की कंपनियों ने छंटनी तेज कर दी है। इसमें अमेजन, सेल्सफोर्स और टेस्ला के साथ बायजू जैसी दिग्गज कंपनियां सबसे आगे हैं। अमेजन ने 18 हजार लोगों की छंटनी का ऐलान किया है। वहीं सॉफ्टवेयर कंपनी सेल्सफोर्स ने आठ हजार कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है। इस बीच मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में कहा गया है कि भारत में कॉरपोरेट कंपनियां 2022- 23 की मार्च तिमाही में भर्तियों को लेकर सतर्क रूख अपना सकती हैं।
मार्च तिमाही की नियुक्तियां घटेंगी
मैनपावर ग्रुप की ओर से गुरुवार को जारी रोजगार परिदृश्य सर्वे में कहा गया है कि सालाना और तिमाही आधार पर नियुक्ति के इरादे मार्च तिमाही में घटेंगे। यह सर्वे लगभग 3,030 सार्वजनिक और निजी नियोक्ताओं के बीच किया गया। मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे के अनुसार, इस दौरान शुद्ध रोजगार परिदृश्य केवल 32 प्रतिशत रहने की संभावना है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
मैनपावर ग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा कि नियोक्ता मंदी की आशंका और वैश्विक स्तर पर गहराती नरमी के चलते सतर्क हैं। पिछली तिमाही के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उथल-पुथल की वजह भी यही थी।मैनपॉवर ग्रुप के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी जोनास प्राइसिंग ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि अर्थशास्त्रियों ने जिन प्रतिकूल परिस्थितियों का अनुमान जताया था उन्होंने रोजगार बाजारों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
अमेजन में सबसे बड़ी छंटनी
दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी में 18 हजार लोगों की छंटनी उसके इतिहास में नौकरियों में यह सबसे बड़ी कटौती होगी। अमेजन के सीईओ एंडी जैस्सी ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि छंटनी का ज्यादातर असर कंपनी के अमेजन फ्रेश, अमेजन गो और मानव संसाधन तथा अन्य कार्यों को संभालने वाले पीएक्सटी संगठन पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमेजन ने अनिश्चित और कठिन अर्थव्यवस्थाओं का पहले भी सामना किया है और आगे भी करती रहेगी। इन बदलावों से हमें मजबूत लागत ढांचे के साथ दीर्घकालिक अवसरों का पीछा करने में मदद मिलेगी। वहीं सेल्सफोर्स ने कहा कि वह अपने कार्यबल का दस फीसदी यानी करीब 8,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी। कंपनी के 23 साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी छंटनी है।
सेल्सफोर्स: पहले भर्ती अब छंटनी
सेल्सफोर्स ने कहा है कि छंटनी इसलिए की जा रही है क्योंकि महामारी के दौरान उन्होंने बहुत बड़े पैमाने पर भर्तियां कर ली थीं। सेल्सफोर्स ने महामारी से ठीक पहले, जनवरी 2020 में करीब 49,000 लोगों की भर्ती की थी। उसके आज के कार्यबल का आकार महामारी से पहले की तुलना में 50 फीसदी बड़ा है।
यह दिग्गज कंपनियां भी शामिल
इसके पहले दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टेवयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एक हजार छंटनी का ऐलान किया था। इसके अलावा रॉयल फिलिप्स एनवी ने चार हजार और इंटेल ने 20 फीसदी छंटनी के संकेत दिए थे। वहीं फेसबुक (मेटा) को भी 20 फीसदी छंटनी की सलाह उसके ऑडिटरों ने दी थी। इसके अलावा भारत की बड़ी स्टार्टअप बॉयजू ने भी बड़ी संख्या में छंटनी की थी।
छंटनी की वजह
- टेक कंपनियों ने कोविड के दौर में मांग पूरी करने के लिए जमकर भर्तियां कीं
- कोविड का मुश्किल दौर निकलने के बाद लोगों ने ऑफिस जाकर काम करना शुरू किया
- इससे कंपनियों की कमाई घटी और खर्च बढ़ गया
- मंदी की आहट से मांग में और गिरावट की आशंका
- दुनियाभर में महंगाई से लागत में इजाफा