Yamunanagar Hulchul : गुरु नानक खालसा कॉलेज के एनसीसी, एनएसएस और यूथ रेडक्रास के स्वयं सेवकों ने 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश बनने तथा भारतीय सेना की पाकिस्तान पर शानदार विजय हासिल करने के उपलक्ष मे विजय दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया।
इस मौके पर आयोजन की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज प्राचार्य डॉ. मेजर हरिन्दर सिंह कंग ने बताया कि पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना के द्वारा असहनीय अत्याचार किया जा रहा था। तब पूर्वी पाकिस्तान के नागरिकों की मुक्ति वाहिनी के साथ मिलकर भारत की सेना ने जबरदस्त कार्यवाही करते हुए पाकिस्तान की सेना को मुहतोड़ जवाब देते न केवल पराजित किया बल्कि पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने हथियारों सहित भारतीय सेना के सामने घुटने टेकते हुए आत्म समर्पण करने के लिए मजबूर हो गए।
दुनिया के युद्ध इतिहास में यह पहली बार हुआ कि इतनी बड़ी संख्या में दुश्मन देश की सेना ने असलहे समेत आत्म समर्पण किया। इतना ही नहीं उसके बाद पूर्वी पाकिस्तान के इलाके को भारतीय सेना ने बहादुरी से मुक्त करवा कर उसे नया नाम बांग्लादेश दिया और नए राष्ट्र बांग्लादेश का उदय हुआ।
उन्होंने कहा कि 1971 की विजय विश्व इतिहास मे स्वर्णिम अक्षरों में लिखी गई है जिस पर हमे नाज है। डॉ. मेजर कंग ने सभी विद्यार्थियों का आह्नान किया कि हम सदैव भारतीय सेना के प्रति सम्मान की भावना रखें। प्रंबंध समिति के अध्यक्ष सरदार रणदीप सिंह जौहर ने विजय दिवस पर पूरे कॉलेज परिवार को बधाई और शुभकामनाएं दी है।
इस अवसर पर प्रो. बालकिशन, डॉ. कैथरीन मसीह, डॉ. संजय विज, डॉ. विनय चंदेल और डॉ. उदय भान सिंह सहित सभी विभागों के प्राध्यापक भी उपस्थित थे।