खुले में शौच करने वालों पर निगरानी कमेटी की नजर

रादौर के गांव बरहेडी में नगरानी कमेटी के सदस्यों से बातचीत करते बलिन्द्र काटारिया व अन्य। 
रादौर के गांव बरहेडी में नगरानी कमेटी के सदस्यों से बातचीत करते बलिन्द्र काटारिया व अन्य। 
यमुनानगर (रादौर)। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायत नाचरौन, मंधार, बरहेडी, राझेडी, मांधुबांस गावं में शनिवार को ग्रामीणों को स्वच्छता जागरूकता के बारे में अवगत करवाया। जिसके तहत जिला सलाहकार बलिन्द्र कटारिया ने ओडीएफ टीम के साथ गांव की फिरनी, खेतों व पटडियों पर निगरानी कमेटी द्वारा निरीक्षण किया गया।  इस अवसर पर बलिन्द्र कटारिया ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया सरकार का मुख्य उद्देश्य जन जन तक स्वच्छता की अलख जगाने की है आज हमारे सामने अनेक समस्यां है उनमें गंदगी सबसे बड़ी है जिसको जागरूकता के माध्य्म से दूर किया जा सकता है । स्वच्छ भारत मिशन द्वारा मौके पर ग्रामिणो को स्वच्छता के विभिन्न टूलों को अपनाते हुए बताया कि किस प्रकार हम अपने.अपने घरो का तरल एवं ठोस कचरा खुले मे अव्यस्थित स्थानो पर डालते है। जिससे बहुत सी भयानक बिमारिया जन्म लेती है। मौके पर बच्चों व लोगो को यह भी बताया गया कि सेफटिक टैंक वाले शौचालयो से निकलने वाला काला पानी व् रसोई नहाने इत्यादि में प्रयोग प्रयोग किए जाने वाला गंदे पानी के नुकसानों के बारे बताया  कि किस प्रकार बिमारियो को न्यौता दे रहा है जिससे हम तो बिमार होते ही है साथ ही साथ अन्य लोगों भी बिमार हो रहे है। गन्दगी के कारण अधिकतर बिमारियां जैसे हैजा उल्टी पोलियो पीलिया दस्त डायरिया अदि होती है। गांव नाचरौन के पंचायत प्रतिनिधि कर्मसिंह ने बताया कि हमें अपने घर मे व्यक्तिगत शौचालय का इस्तेमाल नियमित रूप् से करना चाहिए तथा घर व आस.पास के वातावरण मे फैले सुखे कूड.कर्कट को कचरे से कमाई के शैड अथवा अपने घरों मे सूखे व गीले कचरे के लिए अलग.अलग कुडादान रखकर उसका सही निपटान करना चाहिए। इसके साथ.साथ घरों से निकलने वाली तरल गन्दगी अथवा गन्दे पानी को शौचालय के बाहर लीच पीटस व् सोकेज पीट का निर्माण करके दूर कर सकते है। उन्होंने लोगो को स्वच्छता के प्रति पुन. जागरूक करते हुए उन्हें व्यक्तिगत शौचालयों का नियमित प्रयोग खाना खाने से पहल व शौच के बाद साबुन से हाथ धोने घरों से निकलने वाले कचरे का सही प्रबन्धन करने व उचित निपटान करने घरों से प्रयोग उपरान्त निकलने वाले काला व धुसर पानी का सही प्रबन्धन करने बारे तथा गांव व आस.पास के क्षेत्र को प्लास्टिक फ्री रखने मे सहयोग करने इत्यादि बारे मुद्दों को दिन.प्रतिदिन करने हेतु स्वच्छता का संदेश जन.जन तक पहुचाना है  ताकि लोगों की मानसिकता मे निरन्तर बदलाव से गांव समाज व देश मे स्वच्छता एक आंदोलन के रूप् मे उजागर होते हुए एंक स्वस्थ एंव स्वच्छ भारत का निर्माण होगा।
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