Yamunanagar Hulchul : inclusion of material and spirituality in life is necessary for development: Dharmendra Shastri
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सेमेस्टर परीक्षा से पूर्व छात्राओं को आशीर्वचन देने के लिए हुआ हवन यज्ञ
Yamunanagar, 4 March. जिसके जीवन में भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति का समावेश होता है, वह बुलंदियों को छूता है। विद्यार्थी जीवन में जो समय चल रहा है, वह स्वर्णिम है। आने वाले दिनों में विद्यार्थियों को जीवन में बहुत कुछ अर्जित करना है। उक्त शब्द यज्ञ ब्रह्मा धर्मेंद्र शास्त्री ने डीएवी गल्र्स कॉलेज में परीक्षा से पूर्व छात्राओं को आशीर्वचन देने के लिए आयोजित हवन यज्ञ के दौरान कहे।
डीएवी विश्वविद्यालय जलांधर की रजिस्ट्रार डॉ. सुषमा आर्य ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिकरत की। प्रिंसिपल डॉ. आभा खेतरपाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। यज्ञ ब्रह्मा धर्मेंद्र शास्त्री ने संकल्प शक्ति जागृत करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि जीवन में भौतिक संसाधनों का होना भी बेहद जरूरी है।
लेकिन आध्यात्मिकता के संयोजन से जीवन पूर्ण होता है। आकाश में पंछी दोनों पंखों से उड़ता है, मनुष्य जीवन के भी दो पंख है, जिसमें आध्यात्मिकता व भौतिकता शामिल हैं। मनुष्य का शरीर १९ तत्वों से बना है। जिसमें २०वां तत्व आत्मा है। हम शरीर के लिए तो काम करते हैं, लेकिन हमें आत्मा के लिए भी काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रार्थना उसी की स्वीकार होती है, जो मेहनत व पुरुषार्थ करता है।
संकल्प शक्ति जागृत करने की जरूरत:
यज्ञ ब्रह्मा ने कहा कि नारी को शास्त्रों में ब्रह्मा कहा गया है। उन्होंने छात्राओं से आह़वान किया कि वे अपनी संकल्प शक्ति को जागृत करें। नारी अपनी शक्ति व सार्मथ्य के बल पर हर क्षेत्र में सफल हो सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी संस्कृति व सभ्यता को याद नहीं करता, वह नष्ट हो जाता है। डीएवी संस्थान की छात्राएं हर क्षेत्र में अग्रणीय हैं, जहां पर उन्हें शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों के उन्नयन का भी ज्ञान दिया जाता है।
कॉलेज प्रिंसिपल डा. आभा खेतरपाल ने कहा कि छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य तथा परीक्षाओं में सफलता के लिए हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. सुषमा आर्य ने छात्राओं व स्टाफ सदस्यों को आशीर्वाद दिया। संगीत विभाग अध्यक्ष डॉ. नीता द्विवेदी ने भजन प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में यज्ञ इंचार्ज एवं हिंदी विभाग अध्यक्ष डा. विश्व प्रभा, संगीता गोयल, विभाति, रंजना, हॉस्टल वार्डन अंजना देवी ने सहयोग दिया।