रादौार। शहर की अनाजमंडी में प्रशासन जाम की स्थिति पर अभी काबु नहीं पा सका है। मंडी में मंगलवार की शाम तक सवा दो लाख गेहूं के कटटे फड पर पडे हुए थे। मंडी में गेहूं की आवक घटन के बावजूद गेहूं का उठान तेजी नहीं पकड पाया है। मंडी में चारों ओर गेहूं के कटटे ही कटटे नजर आ रहे है। लेबर की कमी के चलते मंडी में प्रतिदिन मात्र 40 से 45 हजार कटटों का ही उठान हो पा रहा है। मार्कीट कमेटी रादौर के सचिव श्यामसिंह भूतमाजरा ने बताया कि रादौर अनाजमंडी में अब तक तीन लाख 80 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। पिछले वर्ष रादौर अनाजमंडी में कुल 4 लाख 25 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई थी। इस बार मंडी में साढे पांच से 6 लाख क्विंटल तक गेहूं की आवक होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अब मंडी में गेहूं की आवक कम होने लगी है। धीरे धीरे स्थिति में सुधार हो रहा है। जल्द ही रादौर अनाजमंडी में जाम की स्थिति पर काबु पा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जठलाना व गुमथला अनाज मंडियो में अब तक 40 – 40 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। पिछले वर्ष जठलाना अनाजमंडी में 71 हजार व गुमथला अनाजमंडी में 78 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई थी। इस बार दोनों मंडियों में पिछले वर्ष के मुकाबले गेहूं की आवक ज्यादा होने की संभावना है।