मूडीज बिगाड़ा चीन का मूड, स्टेबल से घटाकर निगेटिव कर दी रेटिंग
रेटिंग एजेंसी मूडीज की ताजा रेटिंग ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का मूड बिगाड़ दिया है। रेटिंग एजेंसी ने मंगलवार को चीन की अर्थव्यवस्था के लिए आउटलुक को ‘Stable’ से घटाकर ‘Negative’ कर दिया। पहले से ही लगातार कम हो रही आर्थिक वृद्धि और देश में प्रापर्टी सेक्टर में आ रही गिरावट से परेशान चीन के लिए यह एक बड़ा झटका है।
मूडीज ने कहा, “आउटलुक में परिवर्तन चीन में संरचनात्मक रूप से लगातार कम मध्यम अवधि की आर्थिक वृद्धि से संबंधित बढ़ते जोखिमों को दर्शाता है।” एजेंसी ने चीन की समग्र रेटिंग ‘ए1’ दी है। मूडीज को उम्मीद है कि चीन का प्रापर्टी सेक्टर पूरी अर्थव्यवस्था के अनुपात में 2021 में शुरू हुए संपत्ति सुधार से पहले की तुलना में छोटा रहेगा।
चीन को पछाड़ देगा भारत: मूडीज को अब उम्मीद है कि चीन की वार्षिक जीडीपी वृद्धि 2024 और 2025 में 4 फीसद और 2026 से 2030 के बीच औसतन 3.8 फीसद रहेगी। दूसरी ओर अगर भारत की बात करें तो भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और वित्त वर्ष 2026-27 में देश की जीडीपी वृद्धि सात फीसद तक पहुंचने का अनुमान है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को यह बात कही।
तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगा भारत, अगले 3 साल में पकड़ेगी तेज रफ्तार
चीन के शेयर बाजार लाल निशान पर: सोमवार को जारी एक पूर्व रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि चल रहे संपत्ति संकट के बीच चीन की वृद्धि भी धीमी होने वाली है। मिश्रित आर्थिक आंकड़ों में चीन की ग्रोथ को लेकर लगातार चिंता के बीच यहां के शेयर बाजार मंगलवार को लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में निवेश हुआ कम: उधर गोल्डमैन सैस ने कहा है कि फंड मैनेजरों ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में निवेश को और कम कर दिया। इससे चीन और उभरते एशिया के स्टॉक मार्केट नवंबर में वैश्विक हेज फंडों द्वारा सबसे अधिक शुद्ध बिक्री वाले जोन में से थे। विश्लेषकों को उम्मीद है कि चीन 2024 के लिए आक्रामक विकास लक्ष्य निर्धारित करेगा। उम्मीद है कि कम्युनिस्ट पार्टी का 24 सदस्यीय पोलित ब्यूरो अगले साल के लिए नीति तैयार करने के लिए जल्द ही इकट्ठा होगा।
इनपुट: एजेंसी