जून तिमाही में खूब खरीदे गए घर, अचानक क्यों बढ़ी दिलचस्पी, समझें
देश में स्थिर ब्याज दरों की वजह से रियल एस्टेट क्षेत्र में बिक्री में कोरोना महामारी के बाद से ही लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। लोगों का घर खरीदने की तरफ रुझान पहले के मुकाबले बढ़ा है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अप्रैल से जून तिमाही के मुकाबले इस साल बिक्री में आठ फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं, साल-दर-साल आधार पर नई आपूर्ति में 11 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
क्या है आंकड़े: जून तिमाही में बिके 15 फीसदी घर रेडी-टू-मूव-इन रहे, जबकि 85 फीसदी में अभी काम चल रहा है। बिके घरों में 27 फीसदी 45 से 75 लाख रुपए के बीच के रहे। वहीं, 25 फीसदी घर ऐसे थे जिनकी कीमत 1 करोड़ रुपए से ऊपर रही है।
पूरे देश में घरों की कीमतों में औसतन छह फीसदी का इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा 12 फीसदी का इजाफा गुरुग्राम में देखने को मिला है। वहीं, अगर घरों की यूनिटों की नई सप्लाई की बात की जाए तो सबसे ज्यादा 150 फीसदी की बढ़त चेन्नई में हुई है। दिल्ली एनसीआर में 43 फीसदी बढ़त रही।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ: हाउसिंग डॉट कॉम के ग्रुप सीएफओ विकास वधावन ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया है कि आपूर्ति बढ़ने से मांग और सप्लाई का अनुपात बिगड़ा नहीं और दामों में तेज उछाल देखने को नहीं मिल रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि जिस हिसाब से ब्याज दरों में स्थिरता की उम्मीद बनी हुई, इससे आने वाले दिनों में घरों की खरीद की तरफ रुझान बढ़ता ही दिख रहा है।