खत्म हुआ अडानी समूह का संकट! कर्ज देने को तैयार विदेश के 3 बड़े बैंक
अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद संकट में घिरे अडानी ग्रुप पर जापान के तीन बड़े बैंकों ने भरोसा दिखाया है। ये तीन मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग और मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप है। जापान के इन तीनों बैंक ने अडानी ग्रुप को वित्तीय सहायता का आश्वासन मिला है। अहम बात है कि ये बैंक अडानी समूह के वर्तमान ऋणदाता नहीं हैं।
फाइनेंशियल टाइम्स की खबर में सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी गई है। इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि स्टैंडर्ड चार्टर्ड और बार्कलेज सहित मौजूदा उधारदाताओं ने भी अडानी समूह में अपने भरोसे को दोहराया है। इसके अलावा निवेशक जीक्यूजी पार्टनर्स एक बार फिर अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश कर सकता है।
जीक्यूजी पार्टनर्स ने किया था निवेश: आपको बता दें कि बीते मार्च महीने में जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी एंटरप्राइजेज (एईएल), अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स और अडानी टोटल गैस में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया था। यह निवेश ऐसे समय में किया गया जब अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने खुलासे किए थे और समूह की कंपनियों के शेयर बुरी तरह धराशायी हो गए। इस रिपोर्ट की वजह से अडानी समूह को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, समूह अलग-अलग तरीके से निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए प्रयास कर रहा है। इसी मकसद से समूह ने रोड शो का आयोजन किया था।
कितना है कर्ज: 31 मार्च 2023 तक अडानी समूह का कर्ज 2.27 ट्रिलियन रुपये था, जिसमें से 39% बॉन्ड में, 29% अंतरराष्ट्रीय बैंकों से और 32% भारतीय बैंकों और एनबीएफसी से लिया गया है।