शेयर मार्केट में बम-बम पर इन निवेशकों को 1.6 लाख करोड़ का नुकसान
एक तरह जहां शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली, वहीं छोटे और मझोले शेयरों में गिरावट रही। बाजार में आई शानदार बढ़ते का असर यहां नहीं दिखा। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.91 पर्सेंट नीचे रहा, जबकि मिडकैप 0.65 पर्सेंट नीचे आया। इसके चलते बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटल पिछले सत्र के लगभग ₹393 लाख करोड़ से घटकर लगभग ₹391.4 लाख करोड़ रह गया। इस सेगमेंट ने निवेशकों को 1.6 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। बता दें सेंसेक्स 74151 के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। निफ्टी भी 22,497.20 के नए शिखर पर पहुंचने के बाद रिकॉर्ड 22,474.05 अंक पर बंद हुआ।
मिड और स्मॉल कैप में नुकसान: मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। जहां बीएसई मिडकैप इंडेक्स दो फीसदी से ज्यादा गिर गया, वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स करीब तीन फीसदी गिर गया। विशेषज्ञों का मानना है कि स्मॉलकैप सेगमेंट का खराब प्रदर्शन जारी रह सकता है, क्योंकि इसका मूल्यांकन उच्च पर बना हुआ है।
मिडकैप सेगमेंट में आईआईएफल फाइनेंस बुधवार को 20 फीसद लुढ़का। आईआईएफल फाइनेंस बुधवार को 382.20 रुपये पर बंद हुआ। महानगर गैस में 15 पर्सेंट से अधिक गिरावट रही। कैप्री ग्लोबल में 14.13 पर्सेट का नुकसान रहा। जेएफ फाइनेंशियल में 10.43 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर स्मॉल कैप सेगमेंट की बात करें तो Indbank में 11 फीसद, अनइन्फो टेलीकॉम में करीब 10 फीसद, मोहित इंडस्ट्रीज में 8.79 फीसद की गिरावट रही।
छोटे शेयरों ने दिया ज्यादा झटका: बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अधिक मूल्यांकन के कारण हाल के दिनों में स्मॉलकैप इंडेक्स सेंसेक्स के मुकाबले अधिक गिरा है। इसके अलावा, बाजार भागीदार और छोटे निवेशक इस क्षेत्र को लेकर सतर्क हो गए हैं, क्योंकि म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस सेगमेंट में निवेश प्रवाह धीमा कर दिया है। बाजार नियामक सेबी ने निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए म्यूचुअल फंड कंपनियों ने ,स्मॉल और मिडकैप योजनाओं के प्रति अधिक सतर्क रहने के लिए कहा है।
गिरावट का कारण
- -इन सेक्टरों को लेकर सेबी की म्यूचुअल फंड्स को चेतावनी
- -ताबड़तोड़ तेजी के बाद मुनाफावसूली
- -इन शेयरों का भाव जरूरत से ज्यादा बढ़ना
- -विशेषज्ञों की इन सेक्टरों को लेकर चेतावनी देना