यमुनानगर। अवैध माइनिंग के खिलाफ ग्रामीण व महिलाएं गांधीगिरी करती नजर आई। मामला यमुनानगर जिले के गुमथला घाट का है, जहां अवैध रूप से यमुना नदी में माइनिंग की जा रही है। माइनिंग ठेकेदार रात के समय खनन नियमों के विरुद्ध पोकलेन मशीनों से यमुना नदी से बड़े पैमाने पर रेत निकाल रहे हैं। यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है। ग्रामीण इसका लगातार विरोध करते रहे हैं। जिला प्रशासन से लेकर सीएम तक इसकी गुहार लगाई जा चुकी है, इतने पर भी अवैध माइनिंग नहीं रुकी तो ग्रामीणों व महिलाओं ने अनोखे तरीके से इसका विरोध करने का निर्णय लिया।
गुमथला, संधाला व संथाली गांव की महिलाएं व ग्रामीण रात के समय हाथों में कैंडल लेकर यमुना नदी के तट पर पहुंच गये। इन लोगों को देख कर अवैध माइनिंग करने वाले पोकलेन मशीनों को छोड़कर वहां से रफूचक्कर हो गए। ग्रामीणों जयपाल, राजकुमार, सुभाष, रोशन लाल, गुरनाम, मायाराम, मनोज कुमार, प्रीतम एवं महिलाओं रोशनी देवी, स्वर्णा, मांमचण्दी, सरोज बाला, अंजू बाला, कलशों देवी, उषा निर्मला और दर्शनी देवी ने बताया की यमुना नदी में पोकलेन मशीनों से खुदाई करने के कारण यमुना क31 जगह पर काफी गहरी हो गई है। ग्रामीण यमुना नदी पार कर अपने खेतों में आते-जाते हैं, अवैध खनन के कारण उन्हें नदी की गहराई का आभास नहीं हो पाता। जिससे उनके डूबने का खतरा बना रहता है।
यमुना नदी के तटबंधों पर खुदाई होने के कारण नदी से सटे गाँवों को भी खतरा बन गया है। मानसून सीजन में इन गांवों में बाढ़ का पानी आ जाएगा। उन्होंने बताया कि रेत-बजरी वाले ओवरलोड वाहन दिन भर सड़कों पर दौड़ते हैं, इनकी वजह से कई जानलेवा हादसे भी हो चुके हैं।