Home धर्म | समाज संत खरबूजे और संसार संतरे की तरह : महात्मा केएल गर्ग

संत खरबूजे और संसार संतरे की तरह : महात्मा केएल गर्ग

0
संत खरबूजे और संसार संतरे की तरह : महात्मा केएल गर्ग
संत निरंकारी सत्संग भवन रादौर में उपस्थित श्रद्धालु। 
यमुनानगर (रादौर)। जठलाना रोड पर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन रादौर में शुक्रवार की शाम को एक सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग में संत निरंकारी मंडल दिल्ली से आए महात्मा के एल गर्ग ने भक्तों को प्रवचन देकर निहाल किया। मौके रादौर के विधायक श्यामसिंह राणा विशेष तौर पर उपस्थित थे। सत्संग की अध्यक्षता संत निरंकारी सत्संग भवन रादौर के मुखी पवन ग्रोवर ने की। भक्तों को संबोधित करते हुए महात्मा केएल गर्ग ने कहा कि भारतवर्ष का इतिहास ऋषिमुनियों के इतिहास के साथ चलता है। आज निरंकारी मिशन भी हमारी प्राचीन संस्कृति ने हमें अपने बडों व गुरूजनों का आदर करना सिखाया था। जब सतगुुरु  कृपा करते है तो सब में निरंकार और सब कुछ निरंकार में नजर आने लग जाता है। सतगुरु की रहमत होने से ज्ञानचक्षु  पाकर इंसान की सोच भी बदल जाती है। उन्होंने कहा कि संत खरबूजे की तरह होते है। बाहर से अलग अलग नजर आते हुए भी अंदर कोई दीवार नहीं है परन्तु संसार संतरे की तरह होता है बाहर से तो एक हिस्सा दिखता है पर अंदर हर पांख ने अपने चारों तरफ एक दीवार बना रखी है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर का भी आयोजन किया गया था। जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
संत निरंकारी सत्संग भवन रादौर में प्रवचन करते महात्मा केएल गर्ग।
संत निरंकारी सत्संग भवन रादौर में प्रवचन करते महात्मा केएल गर्ग।