Home जिले के समाचार महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए आधी आबादी को संघर्ष करना पड़ रहा है:सुशीला सर्राफ

महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए आधी आबादी को संघर्ष करना पड़ रहा है:सुशीला सर्राफ

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महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए आधी आबादी को संघर्ष करना पड़ रहा है:सुशीला सर्राफ

रादौर। देश की आधी आबादी को स्वयं संघर्ष करके अपने अधिकारों को पाना पड़ेगा। महिलाओं को सजग एवं सशक्त रहने की अपील करते हुए कहा कि नारी शक्ति के उत्थान के लिए एवं अधिकारों की सुरक्षा के लिए 27 जनवरी को पूरे प्रदेश की महिलाएं कुरूक्षेत्र में एकत्रित होकर राजनीतिक अधिकारों पर गहन चिंतन करें ताकि संसद एवं विधानमंडलों में महिला आरक्षण तथा अन्य अधिकारों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों पर दबाव बनाया जा सकें। ये बात आज रादौर में अग्रवाल वैश्य समाज की प्रदेश अध्यक्षा सुशीला सर्राफ ने संसद और विधानमंडलों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का बिल लोकसभा में जल्द पारित करने की मांग के उद्देश्य से 27 जनवरी को कुरूक्षेत्र में होने वाले शक्ति सम्मेलन का न्यौता देते हुए कही। श्रीमती सर्राफ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसी प्रकार पंचायती राज एवं नगर निगम के चुनावों में भी देश के कई प्रदेशों में महिलाओं को 10 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक के आरक्षण प्राप्त है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है भारत में संसद और विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए आधी आबादी को संघर्ष करना पड़ रहा है। सुशीला सर्राफ ने कहा कि 2010 में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया था। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के घोषणा पत्र में ये मुद्दा सम्मिलित होने के बावजूद भी आज तक इस बिल पर चर्चा नहीं की गई है। सत्तारूढ़ पार्टी का ये अंतिम सत्र है इसलिए इससे यह उम्मीद भी नहीं की जा सकती की महिलाओं को उनके अधिकार मिलेंगे। श्रीमती सर्राफ ने खेद व्यक्त किया कि लोकसभा में केवल 11.5 प्रतिशत व राज्यसभा में 12.5 प्रतिशत महिला सदस्य है। इसी प्रकार हरियाणा की विधानसभा में भी महिलाओं की संख्या 90 में से मात्र 13 है। जो 14.4 प्रतिशत है। सुशीला सर्राफ ने कहा कि समाज के उत्थान में नारी शक्ति की अहम भूमिका है। इसी के अनुरूप अग्रवाल वैश्य समाज भी वैश्य महिलाओं के सशक्तिरण के प्रति कटिबद्ध है और अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए शक्ति सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में प्रदेशभर से समाज की महिलाओं को आमंत्रित किया जाएगा और राजनीतिक, सामाजिक, आत्मनिर्भरता जैसे मुद्दों पर जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की प्रेरणा से आयोजित इस शक्ति सम्मेलन में अधिक से अधिक वैश्य महिलाऐं हिस्सा लेगी। श्रीमती सर्राफ ने कहा कि आज महिलाओं को राजनीति में आने की आवश्यकता है और आगामी चुनावों को देखते हुए वैश्य महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से प्रदेशस्तर पर दूसरे शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सुशीला सर्राफ ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज आज प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व में अपनी अलग पहचान बना चुका है। वैश्य एकता के प्रयास के साथ अग्रवाल वैश्य समाज निरंतर आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में महिलाओं का मजबूत संगठन बनाकर वैश्य समाज की महिलाओं को स्वाबलंबी, नेतृत्वशील बनकर आम जन-जीवन में होने वाले कार्यकर्मों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सर्राफ ने उपस्थित महिलाओं से अधिक से अधिक संख्या में सम्मेलन में भागीदारी करने का आह्वान किया। इस मौके पर निशा मंगल सीवन, विधानसभा अध्यक्ष पुनीत गर्ग, विनोद सिंगला, राजीव गुप्ता, साहील सिंगला, राजीव जिंदल, महिला विधानसभा अध्यक्षा सरोज सिंगला, सचिव मंजू सिंगला, कुसुम लता, दीप्ति गर्ग, स्नेह, प्रेमलता, प्रीति गर्ग, सोनिया, रीना गुप्ता, रीतु गर्ग, सुनैना गर्ग, रजनीश जिंदल सहित अनेक महिलाऐं एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।