Home जिले के समाचार अखिल भारतीय विश्वास संगीत प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ पहले दिन जूनियर विंग के 30 प्रतिभागियों ने किया कला का प्रदर्शन

अखिल भारतीय विश्वास संगीत प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ पहले दिन जूनियर विंग के 30 प्रतिभागियों ने किया कला का प्रदर्शन

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अखिल भारतीय विश्वास संगीत प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ पहले दिन जूनियर विंग के 30 प्रतिभागियों ने किया कला का प्रदर्शन

यमुनानगर। विश्वास संगीत महोत्सव का शुभारंभ विश्वास संगीत समिति स्थानीय शाखा द्वारा हवन यज्ञ में 108 मंत्रों द्वारा आहूति देकर किया गया। मुख्‍य अतिथि के रूप में नगर निगर मेयर मदन चौहान उपस्थित रहे तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में कुरुक्षेत्र युनिवर्सटी से पोफेसर शुचिस्मिता शर्मा ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विमल कश्यप ने की तथा संचालन डा. अंबिका कश्यप ने किया। हवन यज्ञ के पश्चात तनु कश्यप ने दुर्गा वाहिनी राग व ठुमरी प्रस्तुत की। अतिथियों ने दीप प्रवज्जलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रथम दिवस पर जूनियर वर्ग प्रतियोगिता का प्रदर्शन गायन, तंत्रवाद्य, तालवाद्य, सुगम संगीत एवं. नृत्य के माध्यम से बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदशर्न किया। डा. अंबिका कश्यप ने बताया कि संस्था द्वारा यह द्वितीय अखिल भारतीय विश्वास संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने आगे कहा कार्यक्रम के प्रथम दिन लगभग 30 प्रतिभागियों ने विभिन्न क्षेत्रों से आये हुये जुनिसर विंग के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर दर्शकों का मोहित किया। बच्चों ने तबला, बांसुरी, गजल, संतूर, वॉयलन, हारमोनियम आदि की प्रदर्शन बड़े ही बखूबी से किया। जितेन्द्र राय भोगल ने बताया कि निर्णायक मण्डल में पटियाला से डा. जगमोहन, अ बाला से मूंजू अरोड़ा, डा. दीपिका वालिया, प्रदीप नटराज व मिलन देबनाथ ने बच्चों की प्रतिभा का आंकलन किया। मु य अतिथि मदन चौहान ने संबोधित करते हुये कहा कि संगीत के इस प्रकार के कार्यक्रम तनाव मुक्ति व चिह स्थिर करने के लिये किये जाते है। जिस प्रकार ध्यान शिविरों में अन्य साधनों के अतिरिक्त संगीत को माध्यम बना कर स्वार्गिक सुख देते है, और समाज में बच्चों को आर्दश परिवार बनने की प्ररेणा देते है। उन्होंने आगे कहा कि युवा वर्ग में शास्त्रीय संगीत के प्रति रूची कम होती जा रही है और लोग इसे भूलते जा रहे है, किन्तु विश्वास संगीत समिति का यह प्रयास काबिले तारीफ है, क्योंकि इनके प्रयास से बच्चों में शास्त्रीय संगीत के प्रति रूची तो उत्पन्न हो ही रही है साथ ही लोग इस पसंद भी करने लग पड़े है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों में प्रदर्शन करने से बच्चों के मनोबल बढ़ता और उनकों उज्जवल भविष्य मिलता है। इस अवसर पर डा. कंवल नैयन कपूर, आई. पी. आनंद, इंदू गर्ग, मीनाक्षी का बोज, अंजूगांधी, नरेन्द्र किशोर, दिनेश कश्यप, गीता शर्मा, विपलव गांधी आदि व भारी संख्‍या में संगीत प्रेमियों ने भाग लिया।