Home जिले के समाचार रादौर क्षेत्र के समाज सेवी डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने बिना दहेज के करवाई अपने बेटे की शादी

रादौर क्षेत्र के समाज सेवी डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने बिना दहेज के करवाई अपने बेटे की शादी

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रादौर क्षेत्र के समाज सेवी डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने बिना दहेज के करवाई अपने बेटे की शादी

रादौर। शादियों में आज कल जहां लोग दहेज की बडी बडी मांगे कर शादी में लग्जरी कार व अन्य कीमती समान के अलावा नकदी की मांग करते है। लेकिन रादौर क्षेत्र के समाज सेवी डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने अपने बेटे मेजरसिंह पंजेटा की शादी बिना दहेज के संपन्न कर एक अनूठी मिसाल कायम की है। क्षेत्र में पहली बार किसी ने बिना किसी दहेज के शादी आयोजित कर सभी काे बिना दहेज के शादी किए जाने के लिए उदाहरण पेश किया है। बिना दहेज के शादी किये जाने पर क्षेत्र के लोगों ने डॉ जरनैल सिंह पंजेटा व उनके परिवार की भरपुर प्रशंसा की है। वहीं बिना दहेज के संपन्न हुई शादी दूसरों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत का काम करने का काम करेंगी। डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने बताया कि 26 दिसंबर को शहीद उधमसिंह जयंती के अवसर पर उन्होंने मंच से घोषणा की थी कि वह अपने बेटे मेजरसिंह की शादी बिना दहेज के करने जा रहे है। शादी में वह एक रूपया तक नहीं लेंगे। उनके बेटे की शादी गांव छारपुरा, जिला कुरुक्षेत्र निवासी मंजू काजल के साथ संपन्न हुई है। उनका बेटा कराटे में ब्लैक बलेट है और बॉक्सिंग की यमुनानगर के तेजली स्टेडियम में अकादमी चलाता है। उनहोंने अपने बेटे के विवाह के निमंत्रण पत्र भी साफ तौर पर लिखवाया था कि उनकी शादी बिना दहेज के आयोजित होने जा रही है। उनका उदेश्य दूसरों को भी बिना दहेज के शादी आयोजित करने की अपील करना था। उन्होंने कहा कि हम बिना दहेज के शादी करके बेटी बचाओ, बेटी पढाओं अभियान काे कामयाब बना सकते है। यदि सभी बिना दहेज के शादियां करने की परंपरा में शामिल हो जाए तो समाज में बेटियों के अभिभावकों काे उनकी शादी करने के लिए कर्ज न लेना पडे। दहेज समाज के ऊपर एक कंलक है। हम सबको मिलजुलकर इस कलंक को धोना है। उन्होंने बताया कि उनका भतीजा परविन्द्र कनैडा में रहता है। जो इन दिनों गांव आया हुआ है। उसकी शादी को लेकर सगाई तय की गई है। सगाई में उन्होंने लडकी पक्ष के लोगों को साफ तौर पर कह दिया है कि वह उनकी शादी बिना दहेज के करेंगे। डॉ पंजेटा ने बताया कि उनका दूसरा बेटा तेेजेन्द्र अभी अविवाहित है। वह उसकी शादी भी बिना दहेज के करेंगे। वह दूसरों को भी अपनी बच्चों की शादी बिना दहेज के करने के लिए प्रेरित कर रहे है। जिससे समाज में दहेज प्रथा को हमेशा के लिए खत्म किया जा सके। क्षेत्र के लोगों ने डॉ पंजेटा द्वारा अपने बेटे की शादी बिना दहेज के किए जाने की भरपुर प्रशंसा की है।