Home जिले के समाचार गुरूकुल पद्धति शिक्षा से ही मानव का सम्पूर्ण विकास संभव : सुरेशपाल

गुरूकुल पद्धति शिक्षा से ही मानव का सम्पूर्ण विकास संभव : सुरेशपाल

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गुरूकुल पद्धति शिक्षा से ही मानव का सम्पूर्ण विकास संभव : सुरेशपाल

यमुनानगर। पंचनद शोध संस्थान की यमुनानगर इकाई की मासिक टोली बैठक संस्थान के कोषाध्यक्ष डॉ. हेमन्त मिश्र के आवास मधु कालोनी यमुनानगर में प्राचार्य हुक्मचंद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में गुरूकुल शिक्षा पद्घति के महत्व पर विचार विमर्श हुआ।
संस्थान के अध्यक्ष सुरेशपाल ने गुरूकुल शिक्षा पद्घति  के बारे जानकारी देते हुए कहा कि गुरूकुल पद्घति ही एक मात्र पद्घति है जहां शिक्षा मानव के सम्पूर्ण विकास पर केन्द्रित होती है। आज के समय में संस्कार युक्त शिक्षा की जरूरत है यही मनुष्य जीवन का आदर्श बनाने वाली है और यह गुरूकुल शिक्षा से प्राप्त होती है इसलिए इस क्षेत्र में ठोस प्रयास करने की जरूरत है। पंचनद के महासचिव डॉ.उदय भान व कोषाध्यक्ष  डॉ. हेमंत मिश्र ने कहा कि पंचनद शोध संस्थान समाज में गिरते नैतिक मूल्यों को दोबारा स्थापित करने के लिए गुरूकुल शिक्षा की जरूरत के पक्षधर है। इसी कड़ी में पंचनद शोध संस्थान चण्डीगढ़ में गुरूकुल व्यवस्थाओं की वर्तमान में प्रासंगिकता विषय पर 6 अगस्त दिन सोमवार को नैशनल इंस्टीटयूट आफ नर्सिग सभागृह पीजीएमआरआई सैक्टर 12 चंडीगढ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसके मुख्यातिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व मुख्य वक्ता भारतीय शिक्षण मण्डल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर होगें।
बैठक के अध्यक्ष महोदय ने कहा कि आज गुरूकुल शिक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वïान किया कि इस कार्यक्रम में जिले के सभी शिक्षाविद्घ, प्राचार्य, प्रोफेसर, अध्यापक, वकील, समाज सेवी न्यायविद, प्रशासनिक अधिकारी व सभी सामाजिक संगठन के पदाधिकारी भाग ले। इस अवसर में प्राचार्य पीरथी सैनी, मुकेश, कमल कुमार, महेशचंद, रामपाल, सतीश कुमार, प्राध्यापक सुरेन्द्र कुमार, बलविन्द्र सिंह, राजेन्द्र प्रसाद शास्त्री व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।