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न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल में महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्राी को किया याद

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न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल में महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्राी को किया याद
यमुनानगर। न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल यमुनानगर में महात्मा गाँधी जी के 150 वीं जयंती के पावन अवसर पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिनमें सभी विद्यार्थियों ने उत्साह से भाग लिया। महात्मा गाँधी एवं लाल बहादुर शास्त्राी के जन्मदिवस को उत्साह से मनाया। गीत, कविता एवं भाषण के द्वारा अपने-अपने विचारों को प्रस्तुत कर इस दिन को अविस्मरणीय बना दिया। कक्षा प्री-नर्सरी के आर्यन, पीयूष, हरमन मेहरा, देवांश, हर्षित, विहान, समर, प्रिसीं व तनवीर ने भव्य पोशाकों  से गाँधी जी के जीवन को प्रस्तुत किया। कक्षा नर्सरी के नैतिक, आशीष, लवयांश, खुशी, सीरत, आदित्य, कनिष्क, अमर सिंह, प्रभनूर, दिशित, राघव व विष्णु ने अपने गीतांे के द्वारा उन्हें याद किया।
कक्षा के.जी. के इंशिता, पर्नव, पारूल, रीत, अभिनव, प्रगति व तन्वी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम गाँध्ी जी के अतुल्य योगदान को कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने अपने जीवन में सत्य एवं अहिंसा का पालन किया और बिना किसी अस्त्रा शस्त्रा के देश को अंग्रेजी की दासता से मुक्त करवाया। गाँध्ी जी ने स्वतन्त्रा भारत के लिए कई आंदोलन चलाए। उन्होंने स्वच्छता का संदेश जन-जन तक पहुँचाया। आज हमारे माननीय प्रधनमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी जी उनके इस स्वच्छता अभियान को पूर्णतः सपफल बनाने के लिए निरंतर तत्पर है। लाल बहादुर शास्त्राी ने भारत के द्वितीय प्रधनमंत्राी के रूप में कार्य किया। शास़्त्राी जी के नेतृत्व में भारत ने 1965 में पाकिस्तान को यु( में हराया और ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया। इस नारे ने पूरे देश को एकता के सूत्रा में पिरो दिया। उनका सादा जीवन आज भी सभी के लिए प्ररेणा का स्रोत है।
इस अवसर पर स्कूल प्रबंध्क जी. एस. शर्मा ने कहा वे ऐसे महापुरूष थे जिन्होंने भारतीयों के आशादी के सपने को हकीकत में बदला। आज भी लोग उनके सिद्वांतों को मानते है। हमें भी उनकी तरह सत्यवादी एवं अहिंसावादी बनने की प्ररेणा लेनी चाहिए। उन्होंने सभी को उनके जन्मदिन की बधई दी। प्रधनाचार्या डॉ. बिंदु शर्मा ने इस अवसर पर बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि गाँध्ी जी को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी तथा निरंतर आगे बढ़ते रहे। उन्होनें हमें अमूल्य आशादी दिलवाई। हमारा कर्तव्य है कि हम उनके कदमों पर चलें। उनके द्वारा चलाए स्वच्छता अभियान के संदेश को जन-जन तक पहुँचाए। सरकार के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि भारत को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने में अपना योगदान दें।